अखिलेश ने ओपी राजभर और चाचा शिवपाल को किया मुक्त, कहा- जहां ज्यादा सम्मान मिले वहां जाएं
लखनऊ। उप्र की राजनीति में पिछले कई दिनों से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ चल रही बयानबाजी पर शनिवार को आखिरकार विराम लग गया।सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुप्पी तोड़ते हुए अपने सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) से गठबंधन तोड़ दिया है। सपा ने साफ किया कि भाजपा में आपको ज्यादा सम्मान मिलेगा, वहां जा सकते हैं। इसके साथ चाचा व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल यादव को भी नसीहत दी है कि आपको जहां सम्मान मिले, वहां जा सकते हैं।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) July 23, 2022
अखिलेश यादव ने बीते कई दिनों से सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के मीडिया बयानबाजी पर अपनी मुहर लगा दी। उन्होंने गठबंधन तोड़ने वाला एक पत्र पार्टी के आफिशियल ट्वीटर पर पोस्ट डाला है। इस पोस्ट के बाद से उत्तर प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। पत्र के जरिए कहा गया है कि भाजपा से सुभासपा अध्यक्ष का गठजोड़ है। वह लगातार भाजपा को मजबूत करने का काम कर रहे हैं। ऐसे में आपको लगता है कि आपको भाजपा में ज्यादा सम्मान मिलेगा तो आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र है।
सुभासपा से गठबंधन तोड़ते हुए अखिलेश यादव ने प्रसपा अध्यक्ष चाचा शिवपाल सिंह यादव को भी नसीहत दी है। उन्होंने पत्र में चाचा के लिए लिखा कि आपको जहां सम्मान मिले, वहां जा सकते हैं।गठबंधन टूटने पर सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने पत्रकारों से कहा कि हमें सपा अध्यक्ष का तलाक स्वीकार है। उन्होंने इसके पीछे सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, संदीप भदौरिया, संजय लाठर सहित कई बड़े नेताओं को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव इन नवरत्नों के इशारे पर काम करते हैं।