अमरिंदर सिंह की कांग्रेस नीत पंजाब सरकार को नसीहत, " BSF हमारी अपनी सेना-विदेशी नहीं "
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चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा ने केंद्र सरकार द्वारा सीमांत क्षेत्र में बीएसएफ का क्षेत्राधिकार 50 किमी तक बढ़ाये जाने के विरुद्ध प्रस्ताव पारित कर दिया। राज्य के उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सदन में प्रस्ताव पेश किया।इस प्रस्ताव के पारित होने के बाद पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने ट्वीट कर इसे गलत ठहराते हुए केंद्र सरकार के निर्णय का समर्थन किया।
Extending operational jurisdiction of BSF neither infringes upon federal authority of Punjab, nor questions competence of state police in maintaining law n order, as some vested political interests are trying to make out. It concerns national security; must not be politicised.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 11, 2021
उन्होने कहा की बीएसएफ के संचालन क्षेत्राधिकार का विस्तार न तो पंजाब के संघीय अधिकार का उल्लंघन करता है, न ही कानून व्यवस्था बनाए रखने में राज्य पुलिस की क्षमता पर सवाल उठाता है, जैसा कि कुछ निहित राजनीतिक हित बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित है; राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा की दुर्भाग्य से लोग इस मुद्दे को उठा रहे हैं और कानून-व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच अंतर नहीं कर पा रहे हैं। पंजाब पुलिस की तरह बीएसएफ हमारी अपनी सेना है न कि कोई बाहरी या विदेशी सेना जो हमारी जमीन पर कब्जा करने आ रही है।
रंधावा ने बताया संकीर्ण राजनीति -
बता दें की पंजाब विधानसभा में गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इसे पेश करते हुए कहा केंद्र सरकार द्वारा बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 15 किमी से बढ़ाकर 50 किमी करने का निर्णय पंजाब के लोगों और पंजाब पुलिस पर अविश्वास है। ऐसे नियम को लागू करने से पहले केंद्र सरकार को पंजाब सरकार से बातचीत करनी चाहिए थी क्योंकि केंद्र का यह निर्णय संघीय ढांचे की घोर अवहेलना है। आरोप लगाया गया कि बीएसएफ का क्षेत्राधिकार बढ़ाना संकीर्ण राजनीति है। प्रस्ताव में केंद्र सरकार से मांग की गई है कि इस मामले में जारी की गई अधिसूचना वापस ले।