Delhi Politics: अरविंद केजरीवाल ने किया CM पद से इस्तीफे का ऐलान तो BJP बोली - आज ही करो रिजाइन, दो दिन का इंतजार क्यों?

Arvind Kejriwal Announces Resignation : नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफे का ऐलान करके सभी को चौंका दिया है। भाजपा नेताओं की अब प्रतिक्रिया आना शुरू हो गई है। अरविंद केजरीवाल दो दिन बाद इस्तीफा देंगे इस बात पर भाजपा ने सवाल करते हुए कहा कि, दो दिन का इन्तजार क्यों, आज ही इस्तीफा दे दीजिए। वहीं भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने कहा कि, उन 5 महीनों में इस्तीफा दे देना चाहिए था, जब वे जेल में थे।
बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने कहा कि, "अरविंद केजरीवाल राजनीतिक दांव-पेंच में माहिर हैं। उन्हें पता है कि उन्हें उन 5 महीनों में इस्तीफा दे देना चाहिए था, जब वे जेल में थे...वे जानबूझकर इस्तीफे की बात कर रहे हैं, क्योंकि यह सहानुभूति पाने का यही एकमात्र तरीका है। उन्हें बहुत पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था। मुझे लगता है कि दिल्ली की जनता उनकी असलियत को पूरी तरह समझ चुकी है।"
बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि वह दो दिन बाद इस्तीफा दे देंगे और जनता का फैसला आने पर फिर से सीएम बन जाएंगे... यह कोई त्याग नहीं है, सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा है कि वह सीएम की कुर्सी के पास नहीं जा सकते और किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते। इसलिए आपके पास कोई विकल्प नहीं है, आप सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण इस्तीफा देने के लिए मजबूर हैं। जनता ने 3 महीने पहले ही अपना फैसला सुना दिया था जब आपने 'जेल या बेल' पूछा था, आप सभी 7 (दिल्ली की लोकसभा सीटें) हार गए और जेल चले गए... अब उन्होंने दो दिन का समय मांगा है क्योंकि वह सभी विधायकों को अपनी पत्नी को सीएम बनाने के लिए मना रहे हैं... उन्हें अपनी कुर्सी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है क्योंकि वह शराब घोटाले में शामिल हैं।"
बीजेपी नेता हरीश खुराना ने कहा, "अगर उन्हें इस्तीफा देना है, तो आज क्यों नहीं? यह एक ड्रामा है, जो वे लोगों से पूछेंगे। लोग आपसे पूछ रहे हैं कि अगर कोर्ट ने फैसला दे दिया है कि आप सचिवालय नहीं जा सकते, आप किसी फाइल पर दस्तखत नहीं कर सकते, तो फिर सीएम पद पर बने रहने का आपका क्या औचित्य है? आप जमानत पर सीएम हैं। आप बरी नहीं हुए हैं, आप एक ऐसे सीएम हैं, जिस पर मुकदमा चल रहा है...आपने तब इस्तीफा नहीं दिया, जब दिल्ली में सारे काम बंद हो गए थे और आप जेल में थे 6 महीने।"