Parole And Furlough: आसाराम को मिली पैरोल तो राम रहीम फरलो में आया बाहर, जानिए दोनों में क्या होता है अंतर?

आसाराम को मिली पैरोल तो राम रहीम फरलो में आया बाहर, जानिए दोनों में क्या होता है अंतर?
X
Parole Vs Furlough: अक्सर हम पैरोल और फरलो को एक समान समझ लेते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है एक समान लगने वाली इन दोनों में अंतर है।

Difference Between Parole and Furlough: यौन शोषण और हत्या के मामले में सजा काट रहा गुरमीत राम रहीम मंगलवार को जेल के बाहर आ गया है। वह 21 दिन की फरलो में बाहर आया है। हरियाणा सरकार ने फरलो मंजूर करने के लिए शर्त रखी थी। इस शर्त के अनुरूप उसे उत्तरप्रदेश के बागपत के बरनावा आश्रम में ही रहना होगा। वहीं, दूसरी तरफ यौन उत्पीड़न में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम को भी राजस्थान हाई कोर्ट ने 07 दिनों की पैरोल में भेज दिया है। बता दें 11 साल में पहली बार आसाराम जेल से बाहर आएगा। परोल और परलो दोनों अलग - अलग चीजें हैं। राम रहीम नौवीं बार जेल से बाहर आया है। जिसमें दो बार परलो शामिल है। आइए आपको बताते हैं कि आखिर परोल और फरलो में क्या अंतर है?

क्या होता है पैरोल?

पैरोल में किसी कैदी को विशेष कारण के लिए जेल से बाहर जाने की इजाजत दी जाती है। इसमें कैदी या उसके वकील को बाहर जाने का कारण बताना होता है। इसमें कैदी को पैरोल देने से मना भी किया जा सकता है या फिर सशर्त रिहाई दी जा सकती है। पैरोल भी दो तरह की होती है, एक कस्टडी पैरोल एक रेगुलर पैरोल। आपने देखा होगा कई बार किसी विशेष काम के लिए कैदी पुलिस के साथ जेल से बाहर आता है उसे कस्टडी पैरोल कहते हैं। वहीं, रेगुलर पैरोल में कैदी आजाद घूम सकता है उसके साथ पुलिस नहीं रहती।

क्या होता है फरलो?

फरलो की बात करें तो इसे कैदी की छुट्टी की तरह देखा जा सकता है। जो कैदी लंबे समय के लिए जेल में हैं और कुछ सजा भोग भी चुके हैं उन्हें फरलो दी जाती है। इसे एक तरह से कैदियों के अधिकार के रूप में देखा जाता है। फरलो देने से कैदी परिवार एवं सामाजिक संबंधों को बनाए रखता है, साथ ही वह जेल में बिताए लंबे समय के बुरे प्रभावों की तुलना करने में सक्षम होता है। उत्तर प्रदेश में फरलो देने का ऑप्शन नहीं है।

क्या होता है दोनों में अंतर

अक्सर हम पैरोल और फरलो को एक समान समझ लेते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है एक समान लगने वाली इन दोनों में अंतर है। हालांकि दोनों थोड़ा बहुत की अंतर है। जहां फरलो को कैदी के अधिकार के रूप में देखा जाता है वहीं, पैरोल सामान्य प्रक्रिया है। आसाराम को पैरोल मिली है जबकि राम रहीम को फरलो में बाहर भेजा गया है।

Tags

Next Story