असद को उसके दादा के बगल से दफनाया जाएगा, गुलाम के शव को परिजनों ने लेने से किया इंकार
प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद जिसके नाम से प्रयागराज कभी दहशत से कांपता था। वह अब खुद अपने किए पर रोता नजर आ रहा है।जिस इलाके में उसके हजारों समर्थक हुआ करते थे। गुरूवार का दिन अतीक अहमद और उसके परिवार के खिलाफ काफी बुरा साबित हुआ। एक ओर उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहा उसका बेटा असद अहमद और शूटर गुलाम मारा गया। वहीँ दूसरी ओर इसी केस में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को कोर्ट ने सात दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया।
प्रयागराज के धूमन थाना क्षेत्र में एक जमाने में जिस अतीक अहमद के नाम की तूती बोलती थी आज वहां कोई उसके बेटे के जनाजे में शामिल होने के लिए तैयार नहीं है। एनकाउंटर में कल गुरूवार को मारे गए दोनों आरोपियों का झाँसी में पोस्टमार्टम हो चुका है। अतीक के बेटे असद के शव को उसके नाना और मौसा लेने के लिए पहुंचेंगे। वहीँ शूटर गुलाम के शव को उसके परिजनों ने लेने से इंकार कर दिया है। गुलाम की माँ ने कहा हमने गुलाम से सुधरने के लिए हाथ जोड़कर अपील की थी. वहीं गुलाम के भाई का कहना है कि वह अंतिम संस्कार में नहीं जाएंगे। वहीं गुलाम के भाई का कहना है कि वह अंतिम संस्कार में नहीं जाएंगे।
अतीक ने जताई जनाजे में शामिल होने की इच्छा -
बताया जा रहा है कि असद के शव को उसके दादा की कब्र के पास दफनाया जाएगा। उसकेशव को झांसी से लाने के बाद पुश्तैनी घर पर रखा जाएगा। इसके बाद 120 फीट रोड स्थित कसारी मसारी काब्रिस्तान में दादा की क्रब के पास उसे दफनाया जाएगा। अतीक ने भी अपने बेटे के जनाजे में शामिल होने इच्छा जताई है।