उत्तर प्रदेश में माफियाओं का अंत जारी, अतीक अहमद के बेटे असद का हुआ एनकाउंटर
प्रयागराज/वेब डेस्क। उत्तर प्रदेश की आज की बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है उमेश पाल हत्याकांड में वांछित आरोपी अतीक अहमद के बेटे असद का पुलिस ने झाँसी में एनकाउंटर कर दिया है। वहीँ प्रयागराज में असद के एनकाउंटर पर जश्न का माहौल, मिली जानकारी के अनुसार लोग सड़कों पर मिठाई बांटते नजर आ रहे हैं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिंदाबाद के लगाए जा रहे हैं।
After the encounter of former MP Atiq Ahmed's son Asad and his aide, CM Yogi Adityanath took a meeting on law and order. CM Yogi praised UP STF as well as DGP, Special DG law and order and the entire team. Sanjay Prasad, Principal Secretary Home informed the CM about the… pic.twitter.com/4IzTxkLwxs
— ANI (@ANI) April 13, 2023
यूपी सीएम ने सदन में किया था ऐलान-
प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में ऐलान किया था कि जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद घटना में शामिल अतीक अहमद के बेटे असद और अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी। इस दौरान गुजरात की जेल में बंद अतीक अहमद को प्रयागराज पेशी के लिए लाए जाने पर परिवार के लोग अतीक अहमद की जान को खतरा बता रहे थे। अतीक के परिवार के लोगों ने उसकी सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्र लिखा था।
कड़ियां जोड़ने में लगी थी एसटीएफ -
वहीं दूसरी ओर यूपी एसटीएफ सरगर्मी से मामले के खुलासे में कड़ियां जोड़ने में जुटी थी। एसटीएफ की एक टीम पिछले महीने झांसी पहुंची थी और कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। तब पुलिस और एसटीएफ ने इस घटना के बारे में मीडिया को कुछ खास जानकारी नहीं दी थी, लेकिन एनकाउंटर के बाद साफ हो गया है कि एसटीएफ के पास इस घटना के आरोपियों के झांसी कनेक्शन की सटीक सूचना थी। एनकाउंटर के बाद यह भी साफ हो गया है कि एसटीएफ ने झांसी को लेकर जिस आशंका के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया था, वह आशंका आखिरकार सच साबित हुई। झांसी में ही असद और गुलाम का एसटीएफ से सामना हुआ और दोनों का खेल खत्म हो गया।
बाइक सवार बदमाशों के पीछे थी एसटीएफ -
बताया जा रहा है कि कानपुर झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर एसटीएफ बाइक सवार असद और गुलाम के पीछे लगी थी। जैसे ही इन दोनों को इस बात का आभास हुआ, इन्होंने बचने के लिए पारीछा डैम की ओर भागने की कोशिश की। हाईवे से कुछ दूरी पर बड़ागांव थाना क्षेत्र में पारीछा डैम के पास जंगली इलाके में एसटीएफ के साथ हुए मुठभेड़ में दोनों मार दिए गए।