भोपाल: अपनी इन मांगों को लेकर फिर मैदान में उतरे अतिथि शिक्षक, पुलिस के साथ धक्‍का-मुक्‍की…

अपनी इन मांगों को लेकर फिर मैदान में उतरे अतिथि शिक्षक, पुलिस के साथ धक्‍का-मुक्‍की…

भोपाल: मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षक लंबे समय से नियमितिकरण की मांग को लेकर संघर्षरत हैं और बार बार आंदोलन कर अपनी मांगे सरकार के सामने रख रहे हैं।

आज गांधी जयंती के मौके पर प्रदेशभर से आए अतिथि शिक्षक भोपाल में अंबेडकर मैदान पर एकत्र हुए हैं, आंदोलन में कुछ शिक्षिकों की तबीयत बिगड़ने की खबरें सामने आ रहीं हैं।

आंदोलन को लेकर शिक्षकों की मांगें बहुत गंभीर हैं, और वे लगातार सरकार से स्थायी समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।

इन मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं अतिथि शिक्षक

- अनुभव के आधार पर नीति बनाकर अतिथि शिक्षकों को 12 माह का सेवाकाल और पद स्थाई करें।

- 30% से कम परीक्षा परिणाम वाले अतिथि शिक्षकों को एक और मौका दिया जाए।

- अतिथि शिक्षक स्कोर कार्ड में प्रत्येक सत्र के अनुभव के 10 अंक अधिकतम 100 अंक सभी वर्गों में शामिल करें।

- गुरुजियों की तरह अलग से विभागीय पात्रता परीक्षा लेकर नियुक्ति की जाए।

- अतिथि शिक्षक भर्ती में वार्षिक अनुबंध सत्र 2024-25 से लागू करें।

सरकार के ये वादे, अभी भी अधूरे

- अतिथि शिक्षकों को अब पीरियड के बजाय मासिक मानदेय मिलेगा।

- उनके लिए एक साल का अनुबंध होगा, जिसे हर साल नवीनीकृत किया जाएगा।

- शिक्षक भर्ती में आरक्षित 25% सीटों को बढ़ाकर 50% किया जाएगा।

- हर महीने एक निर्धारित तारीख को मानदेय का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।

- अतिथि शिक्षकों को नियमित करने के लिए पात्रता परीक्षा आयोजित की जाएगी।

- साल के दौरान किसी भी अतिथि शिक्षक की सेवा समाप्त नहीं की जाएगी और न ही बीच में कोई गैप रहेगा।

जीतू पटवारी और कमलनाथ ने किया आंदोलन का समर्थन

अतिथि शिक्षकों के प्रदर्शन में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी भी शिक्षकों का समर्थन करने पहुंचे। उन्होंने सरकार से मांगें पूरी करने की अपील की।

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