अफगानिस्तान में हिन्दुओं और सिखों पर हमले तेज
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कहर से परेशान समूची दुनिया जहां लोगों को बचाने का रास्ता तलाश रही है, वहीं चीन व पाकिस्तान संकट की इस घड़ी में भी अमानवीयता की हदें पार कर रहे हैं। पाकिस्तान और चीन के इशारे पर अफगानिस्तान में हिन्दुओं व सिखों पर हमले तेज कर दिए हैं। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिन्दुओं का कनवर्जन कर उन्हें संपत्ति से बेदखल करने जैसे मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। लेकिन, अब अफगानिस्तान में भी हिन्दुओं को निशाना बनाया जा रहा है। हिन्दुओं पर हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भारत ने मामले को संज्ञान में लेते हुए अफगानिस्तान दूतावास से संपर्क किया है। विदेश मंत्रालय ने इस मामले में खोजबीन शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि अफगान मुसलमान व रोहिंग्याओं की भारत में बड़ी संख्या है जो दिल्ली में शरणार्थी के रूप में रह रहे हैं। ये लगातार भारतीय नागरिकता लेने के फिराक में रहते हैं। यहां बड़ी संख्या में अफगानी मुसलमान ईसाई बनकर नागरिकता पाने की जुगत में हैं। जबकि अफगानिस्तान में हिन्दुओं व सिखों को निशाना बनाया जा रहा है।
भारत ने इस मामले का हल निकालने के लिए इन समुदायों के ऐसे सदस्यों को जरूरी वीजा प्रदान करने की तैयारी कर ली है। भारत में जो आना चाहते हैं और बसना चाहते हैं, उनके यहां पहुंचने के बाद उनके अनुरोधों की जांच की जाएगी और वर्तमान नियमों एवं नीतियों के मुताबिक कदम उठाया जाएगा।
भारत, अफगानिस्तान से आने को इच्छुक सिखों एंव हिंदुओं को कैसे मदद कर रहा है तथा क्या उन्हें नागरिकता देने की कोई योजना है? इस पर अभी कई तरह के सवाल हैं लेकिन अफगानिस्तान में सिख समुदाय के नेता निदान सिंह सचदेवा की पृष्ठभूमि का मामला जोर पकड़ रहा है, जिनका पिछले महीने पाकटिया प्रांत से अपहरण कर लिया गया था और शनिवार को उन्हें मुक्त किया गया।