Bangladesh Government Crisis: बांग्लादेश में सेना की अंतरिम सरकार, शेख हसीना ने छोड़ा देश, BSF ने जारी किया अलर्ट

Bangladesh Government Crisis: बांग्लादेश में सेना की अंतरिम सरकार, शेख हसीना ने छोड़ा देश, BSF ने जारी किया अलर्ट
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बांग्लादेशी सेना शेख हसीना के इस्तीफ़े के बाद अंतरिम सरकार बनाने जा रही है। इसकी पुष्टी सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने ढाका में अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की।

Bangladesh Government Crisis: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश की स्थिति बेहद संवेदनशील हो गई है, इतनी की बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ गया। वहां की कानून व्यवस्था काबू में नहीं है। अब तक वहां हो रही हिंसा में 300 लोगों की मौत हो चुकी है। बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्थिति को समझने के लिए (BSF DG) कोलकाता पहुंच चुके हैं।

बता दें कि बांग्लादेश में बीते दो महीने से प्रदर्शन हो रहे हैं। बांग्लादेश के 4 लाख से अधिक लोग सड़कों पर निकल आए हैं। बांग्लादेशी सेना शेख हसीना के इस्तीफ़े के बाद अंतरिम सरकार बनाने जा रही है। इसकी पुष्टी सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने ढाका में प्रेस कॉन्फ्रेंस में की । आज बांग्लादेश में प्रदर्शन इतना बढ़ गया कि प्रदर्शनकारी पीएम आवास के अंदर तक घुस गए, खबर यह भी है पीएम आवास में चोरी भी हुई है। इस्तीफ़ा देने के बाद शेख हसीना पीएम आवास छोड़कर किसी सुरक्षित जगह शिफ्ट हो गई हैं। उनके साथ उनकी बहन रेहाना भी हैं। श्रीलंका में जुलाई 2022 में ऐसी स्थिति थी। लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर थे और राष्ट्रपति हाउस में घुस गए थे।


बांग्लादेश में क्यों हो रहा है प्रदर्शन

साल 1971 में बांग्लादेश दुनिया के नक्शे पर उभर कर आया। 1972 खत्म होते होते उसे एक बतौर देश की मान्यता मिली। उसी दौरान उस समय की मौजूदा सरकार ने देश में हुए मुक्ति संग्राम में हिंसा लिए स्वतंत्रता सेनानियों और उनके वंशजों को सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी आरक्षण देने का प्रावधान किया। लेकिन साल 2018 के दौरान सरकार ने इस व्यवस्था को खत्म कर दिया गया था। मगर , इस साल जून में हाईकोर्ट के फैसले ने इस आरक्षण प्रणाली को खत्म करने के फैसले को गैर कानूनी बताते हुए इसे दोबारा लागू किया।

इस फैसले के बाद से बांग्लादेश में हिंसा का चैप्टर शुरू हो गया। लोग सड़कों पर निकल आए, हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि हम पुराने फैसले को पलट रहे हैं और सरकारी नौकरियों में स्वतंत्रता सेनानियों और उनके वंशजों को 56 फीसदी आरक्षण देंगे। 5 जून को हाईकोर्ट का आदेश आया, 12 जून को प्रदर्शन खूनी प्रदर्शन में तब्दील हो गया। फिर शेख हसीना ने 14 जुलाई को प्रदर्शन कर रहे लोगों को रजाकार यानी (गद्दार) कह दिया। उसके अगले दिन बांग्लादेश में 60 लोग मारे गए और ये सिलसिला बढ़ता गया अब तक बांग्लादेश में 300 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि खबर है, कि शेख हसीना बांग्लादेश से सेना के चॉपर में अपनी बहन के साथ बैठ भारत आ चुकी हैं पर इसकी अभी तक पुष्टी नहीं हुई है।

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