लोकसभा में पेश हुआ दिल्ली नगर निगमों के एक करने वाला विधेयक
नईदिल्ली। लोकसभा में शुक्रवार को दिल्ली के तीनों नगर निगमों को एक करने से जुड़ा विधेयक पेश किया गया।गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक, 2022 पेश किया। आरएसपी, कांग्रेस और बसपा के सदस्यों ने इसका विरोध किया।
देश में लंबे समय से तीनों नगर निगमों को एक करने की चर्चा चल रही थी। तीनों नगर निगमों के एकीकरण के लिए उत्तरी निगम के महापौर राजा इकबाल सिंह, दक्षिणी के मुकेश सुर्यान व पूर्वी के श्याम सुंदर अग्रवाल ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था। उन्होंने कहा था की तीनों नगर निगमों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। जिसके चलते कर्मचारियों को वेतन मिलने में देरी हो रही है और विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं, ऐसे में इन्हें एक करने की आवश्यकता है।
2012 में हुआ विभाजन -
बता दें की वर्ष 2012 से पहले तक दिल्ली में एक ही नगर निगम था। 9 साल पहले 2012 में चुनाव से पहले दिल्ली नगर निगम को दक्षिण नगर निगम, उत्तर नगर निगम और पूर्वी नगर निगम में बांट दिया गया था। उस समय तर्क दिया गया था की निगमों का विभाजन करने से कार्यशैली प्रभावी होगी और जनता को बेहतर सेवाएं दे सकेंगी।लेकिन कुछ समय बाद ही निगमों के हालात उम्मीदों के उलट होना शुरू हो गए।
निगमों के काम के तरीकों में सुधार होने की जगह ये वित्तीय संकट में फंस गए। हालात इतने बुरे हो गए की कर्मचारियों का वेतन देना भी मुश्किल हो गया। जिसकी वजह से निगम कर्मचारियों को कई बार हड़ताल पर जाना पड़ा।