पंजाब कांग्रेस में चल रहे कलह पर भाजपा का तीखा प्रहार, अमरिंदर सिंह की छवि...
नईदिल्ली। पंजाब कांग्रेस में चल रहे अंदरूनी कलह पर भाजपा ने कटाक्ष किया है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस कलह को 'विचित्र राजनीति' करार दिया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा की जब पूरा राज्य कोरोना से प्रभावित है, कांग्रेस ऐसे समय में अपनी अंदरूनी राजनीति के लिए पंजाब के लोगों की अनदेखी का ''पाप'' कर रही है।
उन्होंने प्रेसवार्ता में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा की पंजाब कोरोना से प्रभावित है, वैक्सीन का ठीक प्रबंधन नहीं हो रहा। पिछले 6 महीने से उनकी आपसी लड़ाई चल रही है, पूरी पंजाब सरकार और पार्टी 3-4 दिन से दिल्ली में है, पंजाब को कौन देखेगा? अपनी अंदरूनी राजनीति के लिए पंजाब के लोगों की अनदेखी करना कांग्रेस का बड़ा पाप है। उन्होंने आगे कहा की आज एक ख़बर आई है कि पंजाब सरकार को वैक्सीन की 1,40,000 से ज़्यादा डोज़ 400 रुपये में मिलीं और वो वैक्सीन उन्होंने 20 निजी अस्पतालों को 1000 रुपये में दी। वैक्सीनेशन में भी राज्य सरकार मुनाफा कमाना चाहती है, ये जनता का कैसा प्रशासन है।
अमरिंदर सिंह ने रखी अपनी बात -
बता दें की पंजाब कांग्रेस में पिछले कुछ दिनों से चल रही कलह अब सामने आ गई। इस कलह को खत्म करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने तीन सदस्यीय एक कमेटी गठित की है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जिसकी अध्यक्षता कर रहे है। पंजाब कांग्रेस के कई बड़े नेता बीते चार दिनों में समिति के सामने पेश हो चुके है। इसी कड़ी में आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह समिति के सामने पेश हुए। तीन घंटे चली इस बैठक में सभी सवालों के जवाब दिए।
ये है कारण
गौरतलब है कि पूर्व मंत्री और विधायक नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच हाल ही में तीखी बयानबाजी हुई है। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने नवजोत सिंह को उनकी सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती तक दे दी थी। इसी दौरान विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अन्य नेताओं ने भी अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। अमरिंदर सिंह को कांग्रेस के अंदर सबसे अधिक मिलनसार और सबको साथ लेकर चलने वाला नेता कहा जाता है। ऐसे में पंजाब कांग्रेस और सरकार में दो फाड़ की स्थिति चौंकाने वाली है ।विधायकों को अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा आखिर इसके क्या मायने है।