छत्तीसग़ढ में चाचा बनाम भतीजा, भाजपा ने भूपेश के गढ़ में विजय बघेल को बनाया उम्मीदवार

छत्तीसग़ढ में चाचा बनाम भतीजा, भाजपा ने भूपेश के गढ़ में विजय बघेल को बनाया उम्मीदवार
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बता दें की यह चौथी बार है जब चाचा -भतीजे आमने-सामने होंगे।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में होने वाले चुनाव में भाजपा ने अपनी रणनीति तेज कर दी है। जिसके तहत भाजपा ने आगामी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। ये सूची एक दिन पहले दिल्ली हुई हाईलेवल बैठक के बाद जारी की गई।ये सभी सीटें वे है जहां भाजपा को पिछले चुनाव में हार मिली थी।

इस सूची में सबसे ज्यादा चर्चा दुर्ग जिले की पाटन सीट की है। ये सीट प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का गढ़ मानी जाती है। यहां से वे लगातार चुनाव जीतते आ रहे है। अब भाजपा ने इस सीट पर विजय बघेल को उम्मीदवार बनाया है ,जोकि भूपेश बघेल के भतीजे है। ऐसे में इस सीट पर चाचा-भतीजे के बीच चुनावी जंग देखने को मिल सकती है। बता दें की विजय वर्तमान में भाजपा सांसद है।

बता दें की यह चौथी बार है जब चाचा -भतीजे आमने-सामने होंगे। विजय ने सबसे पहले साल 2003 में एनसीपी के टिकट पर पाटन सीट से भूपेश बघेल के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गए थे। इसके बाद साल 2008 में विजय बघेल ने भूपेश बघेल को 7500 वोटों से हराया था। इसके बाद 2013 में भी दोनों के बीच मुकाबला हुआ था लेकिन विजय ये चुनाव हार गए थे। साल 2018 में भूपेश बघेल के खिलाफ भाजपा ने मोती लाल साहू क टिकट दिया था। जिन्हें भूपेश बघेल ने 27000 से ज्यादा वोटों से हरा दिया था।

2013 के नतीजे

  • कांग्रेस के भूपेश बघेल को 68185 वोट
  • बीजेपी के विजय बघेल को 58442 वोट

2008 के नतीजे

  • बीजेपी के विजय बघेल को 59000 वोट
  • कांग्रेस के भूपेश बघेल को 51158 वोट

2003 के नतीजे

  • कांग्रेस के भूपेश बघेल को 44217 वोट
  • एनसीपी के विजय बघेल को 37308 वोट

मैराथन मीटिंग के बाद पहली सूची रिलीज

उल्लेखनीय है कि बुधवार को ही भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की मैराथन मीटिंग हुई थी। जिसमें छत्तीसगढ़ से भी डॉ. रमन सिंह, अध्यक्ष साव और नेता प्रतिपक्ष चंदेल समेत कई नेताओं से दिल्ली में चर्चा की गई थी। जिसके बाद गुरुवार को 21 नामों का ऐलान कर दिया गया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा ने ऐसी सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा शीघ्र करने की रणनीति बनाई थी, जहां भाजपा हर चुनाव में कमजोर रही है। ऐसे उम्मीदवारों के नामों की घोषणा पिछली बार के मुकाबले इस बार जल्दी किया जाएगा। ताकि उन सीटों पर भाजपा के प्रति सियासी माहौल तैयार करने में मदद मिलेगी।

इसके अलावा प्रदेश संगठन ने तमाम जिलों के अध्यक्षों को रायपुर बुलाया और जिलों की विधानसभा सीट पर संभावित उम्मीदवार का पैनल बनाने के लिए अध्यक्षों से नाम लिए। जिलों से तीन और पांच नाम के पैनल बनाए गए। पार्टी सूत्र बताते है कि उन्होंने रायगढ़ से पांच और खरसिया, लैलूंगा, धरमजयगढ़ से तीन-तीन दावेदारों के नाम का पैनल बनाकर दिया गया था।

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