वियतनाम गए राहुल पर BJP का हमला, कांग्रेस ने दिया जवाब: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन में गांधी परिवार के नहीं पहुंचने पर गरमाई सियासत…
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनकी अस्थियों के विसर्जन में कांग्रेस और गांधी परिवार के किसी भी सदस्य की अनुपस्थिति ने सियासी घमासान छेड़ दिया है। भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर पहले से और भी तेज हो गया है।
भाजपा का आरोप: राहुल ने सिख समुदाय का अपमान किया
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
"जब पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक मना रहा था, तब राहुल गांधी नए साल का जश्न मनाने वियतनाम चले गए। राहुल ने डॉ. सिंह की मौत का राजनीतिकरण किया और राजनीति के लिए उसका फायदा उठाया। गांधी परिवार और कांग्रेस सिखों से नफरत करते हैं।"
उन्होंने आगे इंदिरा गांधी द्वारा ऑपरेशन ब्लू स्टार का जिक्र करते हुए कहा कि यह कांग्रेस का सिख समुदाय के प्रति नजरिए का प्रतीक है।
While the country is mourning Prime Minister Dr Manmohan Singh’s demise, Rahul Gandhi has flown to Vietnam to ring in the New Year.
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 30, 2024
Rahul Gandhi politicised and exploited Dr Singh’s death for his expedient politics but his contempt for him is unmissable.
The Gandhis and the…
कांग्रेस का पलटवार: निजी यात्रा पर सवाल क्यों?
कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने भाजपा पर ध्यान भटकाने की राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,
"संघी लोग ध्यान भटकाने की राजनीति कब बंद करेंगे? डॉ. सिंह के अंतिम संस्कार में केंद्र सरकार की व्यवस्था शर्मनाक थी। अगर राहुल गांधी निजी यात्रा पर हैं, तो भाजपा को इससे क्या समस्या है?"
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अस्थि विसर्जन जैसे भावनात्मक समय पर परिवार की प्राइवेसी को प्राथमिकता दी गई। खेड़ा ने कहा,
"हमने डॉ. सिंह के परिवार से चर्चा की थी। अंतिम संस्कार के दौरान परिवार को कोई प्राइवेसी नहीं मिली। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने अस्थि विसर्जन के समय परिवार को अकेला छोड़ने का निर्णय लिया।"
अंतिम संस्कार और स्मारक विवाद पर भी गरमा गरम बहस
राहुल गांधी ने डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर कराने को सरकार का अपमानजनक कदम बताया। उन्होंने कहा, "देश के पहले सिख प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार इस तरह निगमबोध घाट पर करना दुर्भाग्यपूर्ण है।"
वहीं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्मारक की जगह आवंटित करने की जानकारी देते हुए कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया।
राजनीति की बजाय संवेदनशीलता जरूरी
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद से भाजपा और कांग्रेस के बीच जारी यह बहस सियासी गलियारों में गर्मा चुकी है। लेकिन ऐसे समय पर जब पूरा देश एक नेता के योगदान को याद कर रहा है, राजनीति के बजाय संवेदनशीलता और सम्मान दिखाना ज्यादा जरूरी है।