जम्मू कश्मीर : डीडीसी चुनाव में भाजपा बनी सबसे बड़ी पार्टी, 70 सीटों पर कब्जा
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 और 35ए खत्म किए जाने के बाद पहली बार हुए जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव की मतगणना आधी रात तक जारी है। रात 12 बजे तक प्रदेश की 280 सीटों में से 240 सीटों के परिणाम आ चुके हैं। अब तक आये नतीजों से स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अभी तक 70 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। हालांकि नतीजों में गुपकार गठबंधन आगे है।
किसको कितनी सीटें मिलीं
भाजपा-70' नेशनल कांफ्रेंस-56, निर्दलीय-43, पीडीपी-26, कांग्रेस-21, जेकेएपी-10, जेकेपीसी-06, सीपीआईएम-05, जेकेपीएम-03, जेकेएनपीपी को 02 और पीडीएफ व बीएसपी को एक-एक सीट मिलीं हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह नौ बजे से प्रदेश के सभी 20 जिलों में मतगणना शुरू हुई। बैलेट से हुए मतदान के चलते गणना करने में समय लग रहा है।
अनुच्छेद 370 को वापस करने का मंसूबा पालने वाले संविधान की बात कर रहे : पात्रा
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि चीन की मदद से अनुच्छेद 370 को वापस करने का मंसूबा पालने वाले लोग अब संविधान की बात कर रहे हैं। अनुच्छेद 370 पर वोटिंग संसद में हुई थी और संसद का फैसला ही हमारा रेफरेंडम है। पात्रा ने कहा कि पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती कुछ ही दिन पहले तक कहती थीं कि कश्मीर में तिरंगा उठाने वाला कोई व्यक्ति नहीं मिलेगा लेकिन अब उन्हीं की पार्टी भारतीय संविधान के दायरे में चुनाव लड़ रही है।
भारत सरकार का असंवैधानिक निर्णय ख़ारिज : महबूबा
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आज के डीडीसी चुनाव परिणामों से पता चलता है कि जम्मू और कश्मीर के लोगों ने अनुच्छेद 370 और 35ए को निरस्त करने के लिए भारत सरकार के असंवैधानिक निर्णय को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है।
गुपकार समूह के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि : अब्दुल्लाह
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अब तक के नतीजे और रुझान गुपकार समूह के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। वे इस दृष्टिकोण का समर्थन करते हैं कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने और उसे केंद्र शासित प्रदेश में बदल देने को लोगों ने स्वीकार नहीं किया है।