नाव हादसा: मुख्यमंत्री ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश, राहत एवं बचाव कार्य जारी
गुवाहाटी। जोरहाट जिला के निमातीघाट के पास ब्रह्मपुत्र नद में बुधवार को हादसे के दौरान नद में डूबी फेरी स्थल का गुरुवार को दौरा करने पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा मुझे गुवाहाटी के काहिलीपारा निवासी युवती परिमिता दास के निधन पर गहरा दुख हुआ है। मैं इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ा है और सभी आवश्यक सहायता देने का वादा करता हूं। मैं जल्द ही उसके माता-पिता से मिलूंगा। उसकी आत्मा को शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।
मुख्यमंत्री ने जोरहाट जिला प्रशासन को दुर्घटना के संबंध में आपराधिक मामला दर्ज करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति भी गठित की जाएगी। मुख्यमंत्री डा. सरमा ने जोरहाट मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जेएमसीएच) में नाव दुर्घटना में घायल लोगों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। साथ ही डॉक्टरों से बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री हादसे में बचाए गये अन्य यात्रियों से भी मिले। उन्होंने उन लोगों का भी आभार जताया जिनकी वजह से कुछ लोगों की जान बच गयी। डॉ. सरमा ने निमातीघाट के पास नाव दुर्घटना स्थल का दौरा किया और वर्तमान स्थिति और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के बचाव कार्यों का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि आज से निमातीघाट से उन निजी फेरी का परिचालन को बंद कर दिया गया है, जिनमें मरीन इंजन नहीं है। उन्होंने बताया कि यदि निजी फेरी के मालिक एकल इंजन को मरीन इंजन में बदलना चाहते हैं, तो सरकार 75 प्रतिशत सब्सिडी के साथ 10 लाख रुपये का अनुदान प्रदान करेगी। नाव पर काम करने वालों की स्वास्थ्य जांच के लिए एसओपी भी जारी की जाएगी।
राहत एवं बचाव कार्य जारी -
मुख्यमंत्री ने बताया कि जोरहाट और विश्व के सबसे बड़ी नदी द्वीप माजुली को जोड़ने वाला एक पुल निर्माणाधीन है। मंत्रियों का एक समूह इसकी प्रगति की जल्द ही समीक्षा करेगा। उन्होंने बताया कि इस हादसे के मामले में अंतर्देशीय जल परिवहन विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। जोरहाट जिला के निमातीघाट के पास ब्रह्मपुत्र नद में नाव के साथ डूबे यात्रियों की तलाश के लिए लगातार अभियान जारी है। पूरी रात एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस, जिला प्रशासन की टीम लगातार अभियान चलाती रहीं। गुरुवार की सुबह दूसरे दिन सुबह 06 बजे से फिर से नये सिरे से अभियान आरंभ किया गया है। राहत व बचाव कार्य में वायु सेना के हेलीकाप्टर की भी मदद ली जा रही है।