UP Politics: इतने सालों तक कांग्रेस की सरकार रही फिर भी जातीय जनगणना क्यों नहीं हुई? मायावती का राहुल गांधी से बड़ा सवाल
बीते दिन लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज पहुंचे थे। जहां वो संविधान सम्मान और उसकी रक्षा समारोह में शामिल हुए। इस समारोह को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद ने जातीय जनगणना सहित कई मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला था। अब राहुल गांधी और कांग्रेस के इसी कार्यक्रम को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। मायावती ने न सिर्फ कांग्रेस बल्कि सपा को भी दलित विरोधी बताते हुए गंठबंधन न करने की सलाह दी है।
बाबा साहेब और कांशीराम का किया गया अपमान
मायावती ने ट्विट कर लिखा-"कल प्रयागराज में संविधान सम्मान समारोह करने वाली कांग्रेस पार्टी को बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के अनुयायी कभी माफ नहीं करेंगे, जिसने संविधान के मुख्य निर्माता बाबा साहेब को उनके जीते-जी व देहान्त के बाद भी भारतरत्न की उपाधि से सम्मानित नहीं किया। साथ ही, बाबा साहेब की मूवमेन्ट को गति देने वाले मान्य. कांशीराम जी का देहान्त होने पर इसी कांग्रेस ने केन्द्र में अपनी सरकार के रहते इनके सम्मान में एक दिन का भी राष्ट्रीय शोक तथा सपा सरकार ने भी राजकीय शोक घोषित नहीं किया। इनकी ऐसी दोगली सोच, चाल, चरित्र से जरूर सजग रहें।"
मायावती ने कहा कि केन्द्र में बीजेपी की सत्ता आने से पहले कांग्रेस ने अपनी सरकार में राष्ट्रीय जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई थी जो अब इसकी बात कर रहे हैं, जवाब दें? जबकि बीएसपी इसके हमेशा ही पक्षधर रही है, क्योंकि इसका होना कमजोर वर्गों के हित में बहुत जरूरी है।
कांग्रेस, सपा व बीजेपी से सचेत रहें
वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर भी मायावती ने विपक्षी पार्टियों पर सवाल उठाएं हैं उन्होंने कहा कि "इतना ही नहीं, संविधान के तहत् एससी/एसटी को मिले आरक्षण में अब वर्गीकरण व क्रीमीलेयर के जरिये, इसे निष्प्रभावी बनाने व खत्म करने की चल रही साजिश के विरोध में कांग्रेस, सपा व बीजेपी आदि का भी चुप्पी साधे रखना क्या यही इनका दलित प्रेम है, सचेत रहें।"
सपा व कांग्रेस जैसी पार्टियों से गठबंधन नहीं करना
मायावती ने गठबंधन को लेकर चुप्पी तोड़ी है और लिखा कि सपा व कांग्रेस आदि जैसी इन आरक्षण विरोधी पार्टियों के साथ अब किसी भी चुनाव में इनसे कोई गठबन्धन आदि करना क्या SC, ST व OBC वर्गों के हित में उचित होगा। यह कतई नहीं होगा ऐसे में अब इनको खुद अपने दम पर खड़े होना है, यही सलाह।