Budget 2024-25: संसद के बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा…

Budget 2024-25: संसद के बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा…
Modi on Budget: संसद सत्र की शुरूआत से पहले पीएम मोदी ने विपक्ष को आड़े हांथ लेते हुए कहा कि पूरा विपक्ष नकारात्मक राजनीति का शिकार है।

Budget 2024-25: मोदी 3.0 सरकार के तीसरे कार्यकाल का संसद सत्र आज से शुरू हो रहा है। सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मीडिया को संबोधित करते कई बातों का जिक्र किया,पीएम मोदी ने सत्र को एक महत्वपूर्ण सत्र बताते हुए कहा कि यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए।

संसद सत्र की शुरूआत से पहले पीएम मोदी ने विपक्ष को आड़े हांथ लेते हुए कहा कि पूरा विपक्ष नकारात्मक राजनीति का शिकार है। सदन के अंदर कई दल ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने फायदे के लिए संसद का दुरूपयोग किया है। "नई संसद के गठन होने के बाद जो पहला सत्र था, 140 करोड़ देशवासियों ने बहुमत के साथ जिस सरकार को सेवा करने का आदेश किया उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास हुआ। 2.5 घंटे तक देश के प्रधानमंत्री का गला घोंटने का, उनकी आवाज को रोकने का लोकतांत्रिक परंपराओं में कोई स्थान नहीं हो सकता। इसका कोई पश्चाताप तक नहीं है।

विपक्ष पर लगाया गला घोंटने का आरोप

पीएम मोदी ने बिना विपक्ष का नाम लिए बगैर 141 करोड़ देशवासियों ने बहुमत के साथ जिस सरकार को सेवा करने का आदेश किया उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास हुआ। ऐसा किसी देश में हो सकता है क्या कि किसी देश के प्रधान सेवक को जान से मारने और गला घोटने की बात की जा रही हो, मैं समझता हूं कि लोकतंत्र के मंदिर में प्रधानसेवक को लेकर इस तरह की बयानबाजी नहीं चाहिए।

कल 23 जुलाई को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश होगा। हमारी पूरी कोशिश है देश के सभी वर्गों की अपेक्षाओं पर हम खरा उतरें। इतना ही नही उन्होंने आगे कहा कि मैं देश के सभी सांसदों से, किसी भी दल के क्यों ना हों, उनसे आग्रह पूर्वक कहना चाहता हूं। बहुत से सांसद बहुत दुख के साथ कहना है कि 2014 के बाद कोई सांसद पांच साल तो कुछ को 10 साल के लिए मौका मिला, लेकिन कई सांसद ऐसे थे जिन्हें अपने क्षेत्र की बात कहने का अवसर नहीं मिला। अपने विचारों से संसद को समृद्ध करने का अवसर नहीं मिला क्योंकि कुछ की नकारात्मक राजनीति ने देश की संसद के अहम समय को एक प्रकार से अपनी राजनीतिक विफलताओं को ढाकने के लिए दुरुपयोग किया है. मैं सभी दलों से आग्रह पूर्वक कहता हूं कि कम से कम जो पहली बार संसद में आए हैं, उनको अवसर दीजिए, चर्चा में हिस्सा लेने का उनको मौका दीजिए।

फिर गरमाया संसद में नीट का मुद्दा

नीट पेपर लीक पर राहुल गांधी ने कहा, "पूरे देश के सामने यह बात स्पष्ट है कि हमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत गंभीर समस्या है, केवल नीट में ही नहीं बल्कि सभी प्रमुख परीक्षाओं में गड़बड़ हैं।" शिक्षा मंत्री (धर्मेंद्र प्रधान) ने सभी को दोषी ठहराया है। मुझे नहीं लगता कि यहां जो कुछ भी हो रहा है, वह उनके मूल सिद्धांतों को भी समझते है।" इसके बाद स्पीकर ने राहुल गांधी को सवाल पूछने के लिए कहा। राहुल गाँधी ने सवाल पूछते हुए आगे कहा कि, 'चूंकि यह (नीट पेपर लीक) एक सिस्टमेटिक मुद्दा है, आप वास्तव में इसे ठीक करने के लिए क्या कर रहे हैं ?'

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि, "सिर्फ चिल्लाने से झूठ सच नहीं हो जाता। विपक्ष के नेता का यह कहना कि देश की परीक्षा प्रणाली बकवास है, बेहद निंदनीय है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि, '4 हजार सात सौ सेंटर में से पटना के केवल एक सेंटर में पेपर लीक की बात सामने आई है। बिहार पुलिस और सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। सरकार के पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है।'

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