Budget Impact Share Market : बजट में ऐसी क्या घोषणा कर दी कि, शेयर मार्केट में आई गिरावट, रुपया धड़ाम से गिरा
Budget Impact on Share Market
Budget Impact on Share Market : नई दिल्ली। जो शेयर मार्केट बजट पेश होने से पहले ऊंचाइयों पर था वो बजट खत्म होते - होते जमीन को छू गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण समाप्त होते ही शेयर मार्केट में गिरावट आ गई। इतना ही नहीं रुपया भी रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। खबर लिखे जाने तक NSE Nifty 50 और S&P BSE Sensex में एक प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। वहीं रुपया रुपया डॉलर के मुकाबले 83.69 पर आ गया। मंगलवार को भारतीय शेयर बाजारों में काफी गिरावट आई क्योंकि सरकार ने पूंजीगत लाभ और डेरिवेटिव ट्रेडिंग पर कर बढ़ाने का प्रस्ताव रखा।
जानकारी के अनुसार एनएसई निफ्टी 50 और एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स क्रमशः 24,225 और 80,024 पर कारोबार कर रहे थे। ऐसा नहीं है कि, सभी शेयर में गिरावट दर्ज की गई है। केंद्र द्वारा कृषि क्षेत्र में 1.52 लाख करोड़ रुपये पंप किये जाने से कृषि शेयरों में 10 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई। कावेरी सीड कंपनी लिमिटेड, कोरोमंडल एग्रो प्रोडक्ट्स एंड ऑयल्स लिमिटेड, धानुका एग्रीटेक लिमिटेड और नोवा एग्रीटेक लिमिटेड सबसे ज्यादा लाभ में रहे।
इन शेयरों में आई गिरावट :
एनजीसी, श्रीराम फाइनेंस, हिंडाल्को, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, बीपीसीएल और रिलायंस आज शेयर बाजारों में सबसे ज्यादा नुकसान में रहे क्योंकि बजट पेश होने के बाद भी सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं।
क्या है शेयर मार्केट में आई गिरावट की वजह :
बता दें कि, केंद्र सरकार ने बजट में पूंजीगत लाभ (Capital Gain Tax) पर कर की दर बढ़ा दी है। बजट में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स बढ़कर 12.50 प्रतिशत कर दिया गया है। यह पहले दस प्रतिशत था। इसी की वजह से एक ओर जहां शेयर मार्केट में गिरावट आई है वहीं रुपया भी डॉलर के मुकाबले 83.69 पर आ गया है।
ये लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स क्या है ?
भारत में सरकार द्वारा कई तरह के टैक्स लगाए जाते हैं। लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (Long Term Capital Gain Tax) भी उन्हीं में से एक है। जैसा की नाम से पता चलता है - यह ऐसे निवेश पर लगाया जाता है जिसकी अवधि लंबी होती है। और आसान भाषा में समझें तो कोई व्यक्ति लंबे समय के लिए (कम से कम तीन साल) निवेश करता है तो उसे निवेश का बाद मुनाफा मिलता है। इस मुनाफे पर केंद्र सरकार टैक्स लगाती है। इसे ही लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स कहते हैं। इसमें म्यूचुअल फंड , जीरो-कूपन सरकारी बॉन्ड आदि शामिल है।