बंगाल हिंसा पर हाईकोर्ट ने ममता सरकार की लगाई फटकार, मांगी रिपोर्ट
हुगली। रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद से बंगाल लगातार जल रहा है। अब इस मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने ममता बनर्जी सरकार को रिपोर्ट दायर करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने सरकार को हिंसा की घटना पर जमकर फटकार लगाई है। पांच अप्रैल तक हिंसा से जुड़े सभी सीसीटीवी फुटेज व वीडियो जमा करने का भी निर्देश दिया। कोर्ट ने ममता सर्कार से सवाल करते हुए कहा कि हालात इतने अनियंत्रित कैसे हो गए। आपकी पुलिस क्यों इसे नियंत्रित नहीं कर पाई, जबकि उसकी अनुमति पर ही जुलूस निकला था।
सरकार की और से कोर्ट में पेश हुए अटॉर्नी जनरल एस एन मुखर्जी ने कहा कि शिबपुर में अब स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि हावड़ा में हिंसा मामले में 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।वहीँ भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर हावड़ा हिंसा मामले की जांच एनआईए से कराने की मांग की है।जनहित याचिका में हुगली के रिशरा में हुई हिंसा का भी जिक्र किया गया है। याचिकाकर्ता सुवेंदु अधिकारी ने मांग की है कि हिंसा प्रभावित इलाकों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए और साथ ही एनआईए से हिंसा की जांच कराई जाए।
इलाके में स्थिति तनावपूर्ण -
वहीँ दूसरी ओर राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग की चेयरमैन प्रियंक कानूनगो ने हावड़ा पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर हावड़ा जुलूस में बच्चों द्वारा की गई पत्थरबाजी के मामले जवाब मांगा है।भाजपा नेता दिलीप घोष ने इस घटना के लिए पुलिस निष्क्रियता को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि श्रीरामपुर के टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया है कि हिंसा बीजेपी नेताओं के उकसाने पर हुई है। बहरहाल, सोमवार सुबह इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती देखी गई। इलाके में स्थिति बहुत तनावपूर्ण बनी हुई है।