हेलीकॉप्टर दुर्घटना में CDS विपिन रावत नहीं रहे, पत्नी समेत 13 का निधन
कन्नूर। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को वायु सेना के हेलीकॉप्टर हादसे में देश के सैन्य बलों के पहले प्रमुख सीडीएस जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया है। सीडीएस, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत होने की पुष्टि वायुसेना ने कर दी है। इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इकलौते बचे हैं, जिनका सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में उपचार चल रहा है।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने गहरा शोक जताया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे रावत के घर पहुंचे और परिवार वालों से मुलाक़ात की। हादसे में मारे गए लोगों के शव बुरी तरह झुलस चुके हैं, इसलिए शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच की जाएगी।
An IAF Mi-17V5 helicopter, with CDS Gen Bipin Rawat on board, met with an accident today near Coonoor, Tamil Nadu.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 8, 2021
An Inquiry has been ordered to ascertain the cause of the accident.
एमआई हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद वायुसेना ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश (कोर्ट ऑफ इंक्वायरी) दिए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नई दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर गए और उनकी बेटी से मुलाक़ात की। इसके बाद वह रक्षा मंत्रालय गए और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें राजनाथ सिंह ने हादसे के बारे में जानकारी दी। चूंकि इस समय संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है, इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ गुरुवार को संसद में इस हादसे के बारे में जानकारी देंगे। उधर, वायुसेना अध्यक्ष वीआर चौधरी दिल्ली से कुन्नूर के लिए रवाना हो गए हैं।
तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार दोपहर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत को ले जा रहा वायु सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जब यह हादसा हुआ, उस दौरान बिपिन रावत के अलावा उनकी पत्नी और सेना के अन्य अधिकारी भी हेलीकॉप्टर में मौजूद थे। हादसे के फौरन बाद फ्यूल टैंक में ईधन होने से हेलीकॉप्टर के मलबे में भीषण आग लग गई, जिससे कॉकपिट, फ्यूल टैंक और केबिन आग की चपेट में आ गए। हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करके घायल हुए लोगों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। मलबे में लगी आग को कई घंटे की मशक्कत के बाद बुझाया जा सका। इस हेलीकॉप्टर पर कुल 14 लोग सवार थे, जिनमें से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनके शव बरामद किए गए हैं।
सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका रावत के साथ मंगलवार को वेलिंगटन स्थित आर्म्ड फोर्सेज कॉलेज में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। सीडीएस रावत वेलिंग्टन में लेक्चर देने के बाद आज कुन्नूर लौट रहे थे। यहां से उन्हें दिल्ली के लिए रवाना होना था लेकिन सुलूर और कोयंबटूर के बीच खराब मौसम की वजह से घने जंगल में उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हेलीकॉप्टर को सैन्य इस्तेमाल के लिहाज काफी उन्नत माना जाता है। इसका इस्तेमाल ट्रूप और आर्म्स ट्रांसपोर्ट, फायर सपोर्ट, एस्कॉर्ट, पेट्रोलिंग और सर्च-एंड-रेस्क्यू मिशन के लिए भी किया जाता है। भारत में कई वीवीआईपी भी इसका इस्तेमाल करते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में केदारनाथ की यात्रा के दौरान इसी का इस्तेमाल किया था।
हादसे के समय हेलीकॉप्टर में सीडीएस के पीएसओ ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक बी साई तेजा सवार थे।