पंजाब के बाद छतीससगढ़ कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर कलह, हाईकमान से मिलेंगे विधायक
नईदिल्ली। पंजाब कांग्रेस में कलह के बाद अब छत्तीगसढ़ में भी आपसी फुट सामने आने लगी है। प्रदेश में पिछले एक वर्ष से ढाई - ढाई साल के मुख्यमंत्री का चर्चा जोरो पर है। इसी बीच प्रदेश के चार मंत्री और 35 विधायक बीती रात दिल्ली पहुंच गए है। वहीं मुख्यमंत्री सहित 20 विधायक आज दिल्ली जायेंगे। सभी नेता कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के पद हेतु अपना राय देंगे।
प्रदेश में पिछले एक साल से ढ़ाई -ढाई साल शासन चलाने की बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव के बीच जारी है , हालाँकि दोनों नेता इस बात को खुद नकार चुके है। लेकिन प्रदेश में अभी जिस तरह से राजनीतिक परिस्थिति निर्मित हुई है उससे इस फार्मूले से इंकार नहीं किया जा सकता। पिछले दिनों भूपेश बघेल का राहुल गाँधी से मुलाकात के बाद अचानक फिर सभी मंत्री , विधायकों का दिल्ली जाना मुख्यमंत्री पद के लिए जारी संघर्ष ही है । भूपेश बघेल ही मुख्यमंत्री होंगे इसकी फैसला आज हो जाएगा। मंत्री अमरजीत भगत, शिव कुमार डहरिया, कुलदीप जुनेजा, आशीष छाबड़ा , प्रकाश नायक, दलेश्वर साहू साई कई नेता दिल्ली पहुँच गए है। दिल्ली में बीते रात प्रदेश के चार मंत्री और 35 विधायक पहुँच चुके है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के बुलावे पर जोगी कांग्रेस की विधायक डॉ. रेणु जोगी भी सोनिया गाँधी से मुलाक़ात करने दिल्ली गई है। बताया जा रहा है कि जोगी कांग्रेस का कांग्रेस पार्टी में विलय हो सकता है।