चीन ने स्वीकारा भारतीय सेना से विवाद में गई सैनिकों की जान

चीन ने स्वीकारा भारतीय सेना से विवाद में गई सैनिकों की जान
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चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने की पुष्टि

वेबडेस्क। गलवान घाटी में 15 जून को भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर चीन की ओर से पहला आधिकारिक बयान सामने आया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिजियन झाओ और भारत में चीनी एंबेसी के प्रवक्त जी रोंग ने इस घटना को लेकर ट्वीट किये है। जिसमें उन्होंने भारतीय सेना पर एलएसी का उललंघन करने और चीनी सेना को उकसाने का आरोप लगाया है। इसी के साथ चीनी सैनिकों की के हताहत होने की बात को भी उन्होंने स्वीकार किया है।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने चरणबद्ध जवाब दिया और इस घटना को निपटाने के लिए चीन की स्थिति को विस्तृत किया।

  • चीन का कहना है की गलवान घाटी भारत और चीन के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है।जोकि चीन के सीमा क्षेत्र में पड़ती है। यहाँ कई सालों से चीनी सेना गश्त करती आ रही है।
  • चीन के अनुसार अप्रैल से ही भारत ने यहाँ सड़क और पुल निर्माण इस क्षेत्र में कर रहा है। चीनी सेना ने इसका विरोध जताया है। लेकिन भारत ने सीमा पार कर चीनी सैनिकों को भड़काने का प्रयास किया।
  • चीन ने कहा की भारत ने 6 मई की सुबह भारतीय सैनिकों ने एलएसी को पार कर चीनी क्षेत्र में बेरिकेड्स लगाए। इसका उनकी सेना ने विरोध किया और सुरक्षा बढ़ा दी। इसके बाद इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य और डिप्लोमेट लेवल पर बातचीत हुई और भारत ने सेना पीछे हटाई।
  • 15 जून की घटना का जिक्र करते हुए चीनी प्रवक्ता ने हमारी सेना पर आरोप लगाते हुए कहा की इस दिन भारतीय सेना ने एक बार फिर सीमा को लांघा और जब चीनी अधिकारी बात करने पहुँचे तो उनपर हमला किया। जिसके बाद हुई हिंसक झड़प में दोनों देशों के सैनिक मारे गए।

हिंसक झड़प के बाद यह पहला मौका है जब चीन ने माना की उसके भी सैनिक मारे गए है। हालांकि चीन द्वारााअब तक मारे गए सैनिकों के संख्या नहीं बताई गई है।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिजियन झाओ का आधिकारिक ट्वीट -

भारत में चीनी एंबेसी के प्रवक्त जी रोंग का ट्वीट -

चीनी प्रवक्ता लिजियन झाओ का पत्र है एम्बेसी की साइट पर है -

http://in.china-embassy.org/eng/embassy_news/t1790579.html


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