ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उड्डयन मंत्री बनते ही मप्र को दी सौगात, ग्वालियर को मिली 6 नई उड़ानें
नईदिल्ली। केन्द्र सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री बनाए गए मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने मंत्रालय का कार्यभार संभालने के साथ ही अपना काम भी शुरू कर दिया है। उन्होंने अपना प्रभार संभालने के बाद सबसे पहली सौगात मध्य प्रदेश को दी है। उड्डयन मंत्रालय द्वारा मध्य प्रदेश के लिए आठ नई उड़ानों को मंजूरी दी गई है। स्पाइस जेट की यह नए फ्लाइट्स आगामी 16 जुलाई से शुरू होने जा रही हैं।
हमारे लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि @flyspicejet 16 जुलाई से मध्यप्रदेश से 8 नई उड़ाने शुरू करने जा रहा है:
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 11, 2021
ग्वालियर-मुम्बई-ग्वालियर
ग्वालियर-पुणे-ग्वालियर
जबलपुर-सूरत-जबलपुर
अहमदाबाद-ग्वालियर-अहमदाबाद
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केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा है कि -"प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में नागरिक उड्डन मंत्रालय उड़ानों को नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर करने के लिए पूरी तरह से संकल्पित है। हमारे लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि स्पाइस जेट 16 जुलाई से मध्यप्रदेश से 8 नई उड़ाने शुरू करने जा रहा है। इनमें ग्वालियर-मुम्बई-ग्वालियर, ग्वालियर-पुणे-ग्वालियर, जबलपुर-सूरत-जबलपुर, अहमदाबाद-ग्वालियर-अहमदाबाद शामिल हैं।"
ग्वालियर को मिली 6 उड़ानें -
खास बात यह है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जिन आठ नई उड़ानों को स्वीकृति दी है, उनमें से छह उड़ानें ग्वालियर को अहमदाबाद, पुणे और मुम्बई जैसे बड़े नगरों को हवाई सेवा से सीधे जोड़ देंगी।
अंचल के विकास को गति -
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में इंदौर-भोपाल को छोड़कर अन्य शहर एयर कनेक्टिविटी के मामले में बहुत पीछे हैं। इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माना जाने वाला ग्वालियर-चंबल अंचल भी शामिल है। यहां वर्तमान में बैंगलुरू, जम्मू, हैदराबाद, नई दिल्ली और कोलकाता के लिए हवाई सेवा उपलब्ध है। ग्वालियर के लोग लम्बे समय से मुंबई, पुणे के लिए हवाई सुविधा उपलब्ध कराने की मांग कर रहे थे। सिंधिया भी इसके लिए लंबे समय से प्रयासरत थे। अब नागरिक उड्डयन मंत्री बनने के बाद उन्होंने ग्वालियर के नागरिकों की इस मांग को पूरा किया है। मध्यप्रदेश से स्पाइस जेट की आठ उड़ानें आगामी 16 जुलाई से शुरू हो रही हैं। इसके अंचल के विकास को गति मिलने की संभावना है।