योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान, कहा- 'कयामत के दिन तक भी साकार नहीं होगा गजवा-ए-हिन्द का सपना'
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने असदउद्दीन ओवैसी का करारा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जो लोग 'गजवा-ए-हिंद' का सपना देख रहे हैं, मैं बहुत स्पष्टता के साथ कह सकता हूं कि यह नया भारत है। दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का भारत है। इस नए भारत में विकास सबका लेकिन तुष्टीकरण किसी का नहीं। सबका साथ सबका विकास की भावना के साथ काम हो रहा है।
सोमवार को एक वीडियो ट्वीट कर मुख्यमंत्री ने कहा है कि सबका विश्वास और सब के प्रयास को लेकर सरकार चल रही है। यह नया भारत संविधान के अनुरूप चलेगा। शरीयत के अनुरूप नहीं। मैं इस बात को भी स्पष्टता के साथ कह सकता हूं कि गजवा-ए-हिंद का सपना कयामत के दिन तक भी साकार नहीं होगा।
देश में हिजाब पर चल रहे विवाद के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरा स्पष्ट मानना है कि भारत की व्यवस्था संविधान के अनुरूप चलनी चाहिए। हमारी व्यक्तिगत आस्था, हमारे व्यक्तिगत अधिकारों, स्वयं की पसंद नपसंद देश के ऊपर लागू नहीं कर सकते। संस्थाओं के ऊपर लागू नहीं कर सकते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या उत्तर प्रदेश के अंदर मै सभी कर्मचारियों या सभी लोगों को यह बोल सकता हूं कि वह भगवा धारण करें। यह उनका विषय है। जिनको धारण करना है, करें। लेकिन ड्रेस कोड स्कूलों में लागू होना चाहिए। यह स्कूल का विषय है। स्कूल के अनुशासन का विषय है। आर्मी में कोई कहेगा कि हम अपने अनुसार चलेंगे। कोई ऐसी बात करेगा तो कहां अनुशासन रह पाएगा। व्यक्तिगत आस्था आपकी अपनी जगह होगी लेकिन जब संस्थाओं की बात होगी तो संस्था के नियम कानून को हमें मानना होगा। देश की व्यवस्था होगी देश के संविधान को मानना होगा।
उत्तर प्रदेश में कानून का राज ना होने के बजाय ठोको राज पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देखिए कानून का भय हर उस व्यक्ति के मन में होना चाहिए जो सुरक्षा के लिए खतरा है। यही फर्क है। 2017 के पहले हर तीन-चार दिन के अंदर यूपी में एक बड़ा दंगा होता था। महीनों तक प्रदेश में कर्फ्यू रहता था। अराजकता चरम पर थी। गुंडागर्दी होती थी। आज प्रदेश में पांच सालों में कोई दंगा नहीं हुआ। कर्फ्यू नहीं लगा। आज प्रदेश के अंदर कर कर्फ्यू नहीं लगता। व्यापारी और महिलाओं पर बमबारी नहीं होती। आज प्रदेश में शानदार तरीके से कावड़ यात्रा निकलती है। हर हर बम बम का नारा लगाकर यात्री निकलते हैं तो उसका दूसरा ही नजारा होता है। यह आस्था का भी सम्मान है और लोगों को प्रदेश के अंदर सुरक्षा का एहसास भी कराता है।