राजस्थान कांग्रेस को लेकर दिल्ली में चार घंटे चली बैठक, सचिन पायलट को लेकर नहीं हो सका कोई निर्णय

राजस्थान कांग्रेस को लेकर दिल्ली में चार घंटे चली बैठक, सचिन पायलट को लेकर नहीं हो सका कोई निर्णय
X
वेणुगोपाल बोले- गहलोत-पायलट के बीच अब कोई मुद्दा शेष नहीं

नईदिल्ली। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत पार्टी के तीस नेताओं ने राजस्थान के आगामी चुनावों में सभी मतभेद भुलाकर एकजुट होकर एक बार फिर सरकार बनाने के सभी प्रयास करने पर सहमति व्यक्त की। करीब चार घंटे चली बैठक में सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्यमंत्री गहलोत बैठक में वर्चुअली जुड़े थे। सभी नेताओं ने राजस्थान से जुड़े मामले पर फैसले हाईकमान पर छोड़ दिया है्, हाईकमान जो फैसला करेगा, वह सबको मान्य होगा। सचिन पायलट का रोल तय करने पर भी हाईकमान फैसला करेगा।

बैठक में राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान के नेताओं को एकजुट होकर चुनाव लड़ने को कहा है। नेताओं से कहा गया है कि चुनावों में एकजुट होकर मैदान में उतरे, अब किसी तरह के मतभेद की बात सामने नहीं आनी चाहिए। बैठक में नेताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का भरोसा दिलाया।

एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला

बैठक के बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पत्रकारों से कहा कि बैठक में सर्वसम्मति से एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है। सभी नेता कॉनफिडेंट थे कि हम राजस्थान फिर से जीतेंगे और हम एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरेंगे। कांग्रेस के सभी नेता एक हैं। वेणुगोपाल ने पायलट समेत अब कोई भी मुद्दा पेंडिंग नहीं होने का दावा किया और कहा कि पायलट आज की बैठक में पार्टी एकता को लेकर बहुत अच्छा बोले और उन्होंने विश्वास जताया कि हम दोबारा सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि गहलोत चोट लगने के कारण आ नहीं सके, लेकिन वीसी से पूरे चार घंटे बैठक से जुड़े रहे। अब नेताओं के बीच कोई इश्यू नहीं है, सभी इश्यूज सुलझ चुके हैं और पार्टी चुनावों के लिए तैयार है।

उम्मीदवारों के चयन पर फैसला -

वेणुगोपाल ने कहा कि बैठक में उम्मीदवारों के चयन को लेकर भी फैसला हुआ है। जीतने की क्षमता सबसे बड़ा फैक्टर होगा। हम केवल जिताऊ उम्मीदवारों को मैदान में उतारेंगे और यही टिकट का सबसे बड़ा मापदंड होगा। हम सितम्बर के प्रथम सप्ताह तक उम्मीदवार तय कर लेंगे और कर्नाटक की तरह यहां भी हम बहुत पहले उम्मीदवारों की घोषणा कर देंगे। हमने कई दौर का सर्वे किया है। नतीजे साफ है कि सब नेताओं ने कहा कि हम जीत रहे हैं। भाजपा राजस्थान में पूरी तरह फेल है। पांच राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, तेलंगनाा और मिजोरम के बाद राजस्थान में चुनाव पूर्व तैयारियों को लेकर ये महत्वपूर्ण बैठक रही। हम अब राजस्थान में इलेक्शन कैंपेन शुरू करेंगे।

पेपरलीक गंभीर मुद्दा

उन्होंने कहा कि आरपीएससी, पेपरलीक गंभीर मुद्दा है। पेपर लीक पर आगामी विधानसभा सत्र में बहुत ही मजबूत कानून लाया जा रहा है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कल इसे लेकर स्पष्ट कर दिया है। आरपीएससी में सदस्यों के चयन को लेकर नियमों में बदलाव किए जाएंगे। बयानबाजी करने वालों को नसीहत देते हुए वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी में अनुशासन को बहुत गंभीरता से फॉलो करेंगे। बाहर किसी मुद्दे को नहीं कहेंगे, जो कुछ कहना है पार्टी प्लेटफार्म पर कहेंगे। जिसने भी बाहर गैर जरूरी बयानबाजी की, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से राजस्थान में अच्छा माहौल बना है। सभी नेताओं ने कहा कि यात्रा से कांग्रेस को फायदा हुआ है।

एक बार फिर कांग्रेस सरकार -

पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि बैठक में मौजूद प्रदेश के सभी पार्टी नेताओं से एक-एक कर विचार लिए गए और सभी ने कहा कि हम मिलकर भाजपा को हराएंगे और कांग्रेस को ही लेकर आएंगे। हम सभी इकट्ठे हैं। हम फ्यूचर की बात करेगे। उन्होंने कहा कि बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि यह कांग्रेस कार्यकर्ता की सरकार है और जो वहां गवर्नमेंट ने काम किए हैं।

इससे पूर्व विधानसभा चुनावों की रणनीति बनाने और पार्टी में एकजुटता को लेकर हुई इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष खडगे, राहुल गांधी, मुख्यमंत्री गहलोत और पायलट समेत तीस वरिष्ठ नेता शामिल हुए। स्पीकर सीपी जोशी भी बैठक में शामिल हुए। बैठक में गहलोत वर्चुअली जुड़े थे। बैठक शुरू होने से पहले कुछ समय के लिए मीडियाकर्मियों को वीडियो और फोटो के लिए अनुमति दी गई तो राहुल गांधी ने मीडियाकर्मियों से हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि बैठक में गहलोत जी भी जुड़े हैं, लैपटॉप में उन्हें भी दिखा दीजिए। इस पर नेताओं ने कहा कि बड़ी स्क्रीन लगी है, उस पर भी देख सकते हैं।

Tags

Next Story