कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए तेज हुई सरगर्मी, गांधी परिवार के बाहर इन...नेताओं के नाम रेस में सबसे आगे

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए तेज हुई सरगर्मी, गांधी परिवार के बाहर इन...नेताओं के नाम रेस में सबसे आगे
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नईदिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है। एक तरफ संगठन को मजबूत करने के लिए राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा कर रहे है, वहीं पार्टी के अंदर दोबारा कमान सौंपने की मांग बढ़ती जा रही है। अब तक पांच राज्यों में उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव पारित हो चुका है।अब ऐसे में सवाल उठ रहा है की क्या अगला अध्यक्ष फिर से गांधी परिवार से ही होगा। आइए जानते है की अब तक इस चुनाव को लेकर क्या-क्या हुआ है।

अब तक छह राज्यों में पार्टी में अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा हुई है। जिसमें से पांच राज्यों ने राहुल गाँधी और एक ने सोनिया गाँधी को अध्यक्ष बनाने की मांग की है। सबसे पहले राजस्थान कांग्रेस ने शनिवार को राहुल गांधी को अध्यक्ष पद संभालने की मांग का प्रस्ताव पारित किया। रविवार को छत्तीसगढ़ और गुजरात कांग्रेस ने भी ऐसा ही प्रस्ताव पास किया। इसके बाद सोमवार को बिहार, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश से भी राहुल को समर्थन देने वाला प्रस्ताव पास हो गया। सिर्फ हिमाचल प्रदेश में पारित हुए प्रस्ताव में सोनिया गांधी को नेतृत्व की कमान सौंपने पर सहमति बनी है।

वर्तमान हालातों को देखते हुए गांधी परिवार से अध्यक्ष बनने की उम्मीद कम नजर आ रही है। इसका मुख्य कारण पार्टी के अंदर और बाहर दोनों और विरोध है। दरअसल, कांग्रेस इस समय दो खेमों में बंटी हुई है जिसमें से एक खेमा गांधी परिवार का नेतृत्व चाहता है , वहीं दूसरा खेमा गांधी परिवार के बाहर से नया अध्यक्ष चाहता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है की पार्टी की छवि को सुधारने के लिए गाँधी परिवार के बाहर का अध्यक्ष जरुरी है। क्योंकि पार्टी में परिवारवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगते है। वहीं गाँधी परिवार के समर्थक नेताओं का कहना है की गांधी परिवार के हाथ से कमान गई तो पार्टी में फूट पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में किसी ऐसे चेहरे को ये जिम्मेदारी दी जा सकती है जो नेहरु-गांधी परिवार का विश्ववसनीय हो। ऐसे ही चेहरे की तलाश हो रही है।'

आइए अब जानते है की कौन-कौन से नेताओं को ये जिम्मेदारी दी जा सकती है -

अशोक गहलोत -

इस सूची में सबसे आगे जो नाम है वो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का है। उनकी गांधी परिवार के करीबियों में गिनती होती है। पार्टी उन्हें ये पद देकर राजस्थान में अपना गढ़ बचाने की कोशिश कर सकती है। दरअसल, राजस्थान में सीएम पद को लेकर सचिन पायलट और गहलोत के बीच शीत युद्ध चल रहा है। जिससे 2023 के आगामी चुनाव में पार्टी को नुकसान होने का खतरा है। ऐसे में पार्टी गहलोत को केंद्र में भेज पायलट को सीएम पद दे सकती है। जिससे राज्य ओर केंद्र दोनों जगह सामंजस्य बना रहे।

भूपेश बघेल -

इस सूची में दूसरा बड़ा नाम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का है। बघेल भी गांधी परिवार के करीबी माने जाते है।इसका प्रमाण उप्र चुनाव में प्रियंका गांधी के साथ प्रचार के दौरान दिखा है। जोकि उनके पक्ष में जा सकता है। इसके अलावा राजस्थान की तरह छत्तीसगढ़ में भी भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच सीएम पद को लेकर चल रही खींचतान जगजाहिर है। ऐसे में पार्टी इसे खत्म करने के लिए भूपेश बघेल को केंद्र में बुला सकती है।

कमलनाथ -

मप्र में पूर्व सीएम कमलनाथ भी इस रेस में शामिल है। 2018 में उनके नेतृत्व में पारी ने मप्र की सत्ता में वापसी की थी। हालांकि विधायकों के दल-बदल के कारण उन्हें पद गंवाना पड़ा। कमलनाथ का नाम भी गांधी परिवार के करीबियों में शामिल है। साथ ही उनके पास लंबे समय तक केंद्र की राजनीति में काम करने का अनुभव है। जोकि उनके पक्ष में जा सकता है।

शशि थरूर -

इस रेस में चौथा नाम शशि थरूर का है। शशि थरूर राहुल और सोनिया गांधी के करीबी नेताओं में शीर्ष स्थान रखते है। साथ ही वह दक्षिण भारत की राजनीति में पार्टी का बड़ा चेहरा है। जहां राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान ज्यादा ध्यान दे रहे है। ऐसे में पार्टी साल 2024 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए शशि थरूर को अध्यक्ष बना सकती है। सोमवार को अचानक शशि थरूर और सोनिया गांधी की मुलाकात ने इस कयासबाजी को और बल दे दिया है।

मुकुल वासनिक -

कांग्रेस के विद्रोही गुट जी-23 की ओर से अध्यक्ष पद के लिए वासनिक का नाम पहले भी सुझाया जा चुका है। मुकुल अभी राज्यसभा के सांसद हैं और पार्टी के महासचिव भी। मुकुल महाराष्ट्र से आते हैं और राजस्थान से राज्यसभा के सांसद निर्वाचित हुए हैं। मुकुल को अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस राजस्थान और महाराष्ट्र दोनों राज्यों में अपनी जड़ें मजबूत करने का काम कर सकती है।

19 अक्टूबर को मिलेगा नया अध्यक्ष -

बता दें की अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। 24 सितंबर से 30 सितंबर तक इसके लिए नामांकन दाखिल किया जा सकेगा। 17 अक्तूबर को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा और 19 अक्टूबर को मतगणना के साथ नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो जाएगा।

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