Salt and Sugar: सावधान ! भारतीय नमक और चीनी का सेवन करना होता हैं खतरनाक, स्टडी में हुआ खुलासा
Salt and Sugar : अच्छी सेहत के लिए खानपान का अच्छा होना काफी जरूरी होता है वहीं पर हम क्या खा रहे हैं और उसका हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ रहा है इसकी जानकारी हमें नहीं होती है हाल ही में एक रिसर्च से खुलासा हुआ है कि नमक और चीनी का सेवन करने से सेहत का सबसे बड़ा नुकसान हो सकता है। आखिर क्या है इसके पीछे की वजह चलिए जानते है..
रिसर्च में यह हुआ खुलासा
हाल ही में रिसर्च पर की गई स्टडी के अनुसार माना गया है कि भारतीय नमक और चीनी में एक खास प्रकार का पदार्थ माइक्रोप्लास्टिक्स पाया जाता है। 'पर्यावरण अनुसंधान संगठन टॉक्सिक्स' में हुए रिसर्च के मुताबिक नमक और चीनी दोनों में माइक्रोप्लास्टिक्स पाए जाने की पुष्टि हुई है।बताया जा रहा है कि, रिसर्च में सभी नमक और चीनी के नमूनों में फाइबर, छर्रे, फिल्म और टुकड़ों सहित कई तरह के माइक्रोप्लास्टिक्स की उपस्थिति का पता चला। इन माइक्रोप्लास्टिक्स का आकार 0.1 मिमी से 5 मिमी तक था।
स्टडी में यह भी आया सामने
आपको बताते चलें कि, रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि, नमक के नमूनों में माइक्रोप्लास्टिक्स की सांद्रता सूखे वजन के प्रति किलोग्राम 6.71 से 89.15 टुकड़ों के बीच थी। इसके अलावा स्टडी में यह भी खुलासा हुआ है कि, आयोडीन युक्त नमक में माइक्रोप्लास्टिक्स की सांद्रता सबसे अधिक (89.15 टुकड़े प्रति किलोग्राम) थी, जबकि जैविक सेंधा नमक में सबसे कम (6.70 टुकड़े प्रति किलोग्राम) थी।
सेहत पर डालता है असर
आपको बताते चलें कि, नमक और चीनी में इस प्रकार से पर्याप्त मात्रा में माइक्रोप्लास्टिक्स का पाया जाता हैं। मानव स्वास्थ्य पर माइक्रोप्लास्टिक्स के दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में तत्काल, व्यापक शोध की आवश्यकता है। हाल के शोध में मानव अंगों जैसे फेफड़े, हृदय और यहां तक कि स्तन के दूध और अजन्मे शिशुओं में भी माइक्रोप्लास्टिक पाया गया है।