UP के मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा में दुकानदारों के नाम और धर्म बताने पर विवाद, विपक्ष ने उठाई आवाज
UP के मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा में दुकानदारों के नाम और धर्म बताने पर विवाद
Muzaffarnagar UP : उत्तरप्रदेश। मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के मार्गों पर दुकान के दुकानदार और अन्य कर्मियों का नाम और धर्म बताने का विवाद बढ़ता जा रहा है। विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहा है वहीं कुछ ढाबों और होटल से विशेष सम्प्रदाय के कर्मचारियों को निकाले जाने की खबर भी सामने आ रही है। इधर कुछ हिन्दू संगठन मुजफ्फरनगर प्रशासन के फैसले का समर्थन भी कर रहे हैं।
दरअसल, बीते दिनों मुजफ्फरनगर प्रशासन ने एक आदेश पारित किया था जिसके अनुसार फल की दुकान हो या ढाबा और होटल, सभी को बताना होगा कि, यह दुकान किसकी है। आदेश में यह भी कहा गग्या था कि, होटल और ढाबे के बाहर होटल मालिक और यहां खाना पकाने वाले लोगों का नाम लिखना जरूरी है जिससे कांवड़ यात्रा में शामिल लोगों को यह पता चल सके कि,वे जहां से सामान या खाना ले रहे हैं वह किसी दुकान है।
इस फैसले को लेकर विपक्ष सरकार पर सवाल उठा रहा है। RLD के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, 'उत्तर प्रदेश प्रशासन का दुकानदारों को अपनें दुकान पर अपना नाम और धर्म लिखनें का निर्देश देना जाती और सम्प्रदाय को बढ़ाआ देनें वाला कदम हेै प्रशासन इसे वापस लें यह गैर संवैघानिक निर्णय है।'
बता दें कि, मुजफ्फरनगर में प्रशासन द्वारा आदेश दिए जाने के बाद एक होटल से विशेष सम्प्रदाय के कुछ लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया है। होटल मालिक का कहना था कि, उसने पुलिस के कहने पर ऐसा किया है।