Sanjauli Mosque: शिमला में मस्जिद को लेकर विवाद, मंत्री बोले - अवैध कब्जा हटाएंगे, सड़कों पर प्रदर्शन, ओवैसी बोले सरकार किसकी

शिमला में मस्जिद को लेकर विवाद, मंत्री बोले - अवैध कब्जा हटाएंगे, सड़कों पर प्रदर्शन, ओवैसी बोले सरकार किसकी

Sanjauli Mosque

Sanjauli Mosque : हिमाचल प्रदेश : शिमला में संजौली मस्जिद को लेकर विवाद छिड़ गया है। यहां भाजपा कार्यकर्ता, हिन्दू संगठन और स्थानीय लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस सरकार के मंत्री अनिरुद्ध सिंह विधानसभा में बोलने के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान आश्वासन दिया है कि, अवैध कब्जे को हटाया जाएगा। वहीं इस मसले में असदुद्दीन ओवैसी की भी एंट्री हो गई है।

शिमला में भाजपा कार्यकर्ताओं, हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने संजौली मस्जिद के कथित अवैध निर्माण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि, "यह मस्जिद अवैध रूप से बनाई गई है। मस्जिद की चारों मंजिलें अवैध हैं। अगर हम कोई भी अवैध निर्माण करते हैं, तो उसे तुरंत गिरा दिया जाता है। 10 साल हो गए हैं, लेकिन मस्जिद पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस अवैध मस्जिद को गिरा दिया जाना चाहिए।"

मुसलमानों की बढ़ती संख्या की जांच हो :

एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि, "पूरा हिंदू, सनातनी समुदाय विरोध कर रहा है। इसका भाजपा या कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है। हिंदू समाज इसके खिलाफ लड़ रहा है...राज्य में मुसलमानों की बढ़ती संख्या की जांच होनी चाहिए।"

असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा :

असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले में कहा कि, "क्या हिमाचल की सरकार भाजपा की है या कांग्रेस की? हिमाचल की “मोहब्बत की दुकान” में नफ़रत ही नफ़रत! हिमाचल का मंत्री भाजपा की ज़ुबान में बोल रहा है। हिमाचल के संजौली में मस्जिद बनाई जा रही है, उसके निर्माण को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। संघियों के एक झुंड ने मस्जिद को तोड़ने की माँग की है। संघियों के सम्मान में, कांग्रेसी मैदान में। भारत के नागरिक मुल्क के किसी भी हिस्से में रह सकते हैं, उन्हें “रोहिंग्या” और “बाहरी” बुलाना देश विरोधी है। प्रेमचंद से शमा चाहता हूँ, लेकिन “सांप्रदायिकता को खुल कर आने में लज्जा आती है, इसलिए वह कांग्रेस का शॉल ओढ़कर आती है।”

मंत्री अनिरुद्ध सिंह का इस मसले पर क्या स्टैंड है :

संजौली मस्जिद मुद्दे पर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी की टिप्पणी पर हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा, "असदुद्दीन ओवैसी एक वरिष्ठ नेता हैं। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। राज्य में सभी समुदायों के लोग पीढ़ियों से शांतिपूर्वक सह-अस्तित्व में रहे हैं। हमारा सवाल यह है कि अगर कोई संरचना अवैध है, चाहे वह मंदिर हो या मस्जिद, उसे ध्वस्त कर दिया जाना चाहिए...जो लोग हिमाचल प्रदेश में व्यवसाय या अन्य उद्देश्यों के लिए आते हैं, उन्हें उचित जांच और सत्यापन से गुजरना चाहिए। बांग्लादेश से लोग आ रहे हैं, और यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। हमें इस पर नजर रखने की जरूरत है। वह (ओवैसी) एक खास समुदाय की राजनीति करते हैं जबकि कांग्रेस एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है।"

संजौली मस्जिद पर विवाद क्यों :

दरअसल विधानसभा में ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने संजौली मस्जिद उठाया था। उन्होंने कहा था कि, संजौली के आस - पास महिलाओं का निकलना मुश्किल है। यहां महिलाओं पर अभद्र कमेंट होते हैं। इसके साक्षी हम खुद हैं। बाहर से लोग आकर यहां बस रहे हैं। इस बात की जांच होनी चाहिए।

बता दें कि, संजौली मस्जिद का मामला इस समय कोर्ट में है। यहां एक मंजिल बनाने की अनुमति दी गई थी लेकिन इसके बावजूद नियमों की अनदेखी कर अवैध निर्माण किया गया। यह मामला कोर्ट में विचारणीय है। वक्फ बोर्ड को इसमें पार्टी बनाया गया है।

जब विधानसभा में यह मुद्दा उठाया गया तो मामले ने और तूल पकड़ लिया। गुरुवार को जमकर प्रदर्शन हुआ। लोगों ने जब मस्जिद का घेराव करने की कोशिश की तो पुलिस - प्रशासन ने स्थिति को संभाला। फ़िलहाल क्षेत्र में शांति है लेकिन इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक गलियारों में गर्मागर्मी का माहौल बन गया है।

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