मप्र में 7 मई तक लगा कोरोना कर्फ्यू, मुख्यमंत्री ने कड़ाई से पालन के दिए निर्देश
भोपाल। प्रदेश में जारी कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सरकार ने आगामी 7 मई तक कोरोना कर्फ्यू को बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने से ही कोरोना पर विजय पाई जा सकती है। प्रदेश एक्टिव केसेस में देश में 7वें नंबर से बेहतर स्थिति में होकर 11 वें नंबर पर आ गया है। परंतु कोरोना का स्वरूप कब क्या रूप ले ले इसलिए हमें संभलकर चलना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा की प्रदेश के सभी जिलों में 7 मई तक कोरोना कर्फ्यू का पालन करवाएं। उन्होंने कोरोना प्रभारी मंत्रियों, कमिश्नर, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से वर्चुअली चर्चा की।
इस बैठक में कोरोना समीक्षा के लिए जिलों को तीन वर्गों A,B, C में बांटा गया। जिसके बाद से अब भी जिलों की विस्तृत समीक्षा एक साथ नहीं होगी । ग्रुप A में 18, ग्रुप B में 16 और ग्रुप C में 18 जिले शामिल। ग्रुप A में इंदौर उज्जैन रतलाम टीकमगढ़ धार अनूपपुर झाबुआ नीमच देवास निवाड़ी मंदसौर खरगोन शाजापुर आगर मालवा अलीराजपुर बड़वानी खंडवा बुरहानपुर को शामिल किया गया है। वहीँ ग्रुप B में भोपाल ग्वालियर बैतूल दतिया विदिशा सीहोर मुरैना शिवपुरी होशंगाबाद अशोकनगर रायसेन राजगढ़ गुना हरदा श्योपुर भिंड को शामिल किया गया है।
ऑक्सीजन ऑडिट होगी -
मुख्यमंत्री ने कहा अस्पतालों में ऑक्सीजन की विभाग मैपिंग शुरू करे, प्रतिदिन देखें कि कितनी ऑक्सीजन लग रही है, इसके आधार पर चार्ट तैयार करें और मांग निर्धारित करें। कोरोना केयर सेंटर में जरूरत पड़े तो हम और कोविड केयर सेंटर बनाएंगे।
किल कोरोना-2 अभियान को दें प्राथमिकता -
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों के जिन क्षेत्रों में संक्रमण दर अधिक है वहाँ किल कोरोना अभियान-2 चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत रीवा, सीहोर, सतना, रायसेन, दतिया, अनूपपुर, नीमच, शिवपुरी, नरसिंहपुर और श्योपुर आदि जिले हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में माइक्रो कन्टेनमेंट क्षेत्र घोषित कर संक्रमण को वहीं रोक दें। सर्वे में संभावित मरीजों को तत्काल मेडिकल किट एवं सावधानी संबंधी ब्रोशर उपलब्ध करावाकर होम आईसोलेट कराये।
होम आइसोलेशन एवं कोविड सेंटर्स हों सक्रीय -
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आज तक 69 हजार मरीज होम आईसोलेटेड हैं। प्रयास यह होना चाहिए कि मरीजों को अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़े। वे होम आईसोलेशन में ही ठीक हो जायें। होम क्वारेन्टाइन एवं कोविड केयर सेंटर में मरीजों की देखभाल के लिए उनसे सतत संवाद रखें। जिन क्षेत्रों में संक्रमण केस अधिक आ रहे हैं, वहाँ माइक्रो प्लानिंग कर माइक्रो कन्टेन्मेंट एरिया बनायें। नए केस नहीं बढ़ने देना है, जहाँ कोरोना हो वहीं उसे खतम करें।
रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं ऑक्सीजन की आपूर्ति -
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन कराये। अनावश्यक रूप से इंजेक्शन की माँग पर अंकुश लगायें। इंजेक्शन उसे मिले जिसे जरूरत हो और उतना जितनी आवश्यकता हो। सप्लाई एवं वितरण की अनावश्यक प्रतिस्पर्धा की प्रवृति जिले नहीं रखें। जितनी आवश्यकता हो उतना ही माँग रखें।
सभी संभाग में बनेगा बड़ा ऑक्सीजन प्लांट -
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक संभाग में अधिकतम 6 माह में एक-एक बड़ा ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाये। उसके लिए स्थान सुनिश्चित करें। पीथमपुर में पुराने गैस प्लांट को सुधारा गया है, जिससे 30 से 32 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त होगी। मालनपुर में भी ऐसे ही प्रयास किये गये हैं। बीना रिफायनरी में ऑक्सीजन तो है परंतु उसे टैंकर में नहीं भरा जा सकता है अत: वहीं पर हॉस्पिटल निर्माण काराया जा रहा है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हम रेल, सड़क और वायु मार्ग से जरूरी ऑक्सीजन प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही भारत सरकार के साथ समन्वय कर आपूर्ति के प्रयास जारी हैं।
कोरोना कर्फ्यू का उद्देश्य : -
किसी भी कीमत पर संक्रमण की चेन तोड़ना।
जिलों में पॉजिटिवटी दर को तेजी से घटाना।
जहाँ-जहाँ संक्रमण अधिक है, वहाँ माइक्रो कन्टेनमेंट एरिया बनाना।
होम आइसोलेशन और कोविड केयर सेंटर में ही लोगों को स्वस्थ करना।
कोरोना कर्फ्यू में सख्ती बढ़ाकर लोगों का अनावश्यक मूवमेंट बंद करना।
किल कोरोना अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन कर हर संभावित मरीज की पहचान।
अस्पताल में बेड्स, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
नागरिकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि।