मन की बात : कोरोना अभी भी उतना ही घातक है, जितना पहले था - प्रधानमंत्री मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक दोपहर 11 बजे रेडियो के माध्यम से 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी हर महीने के अंतिम रविवार को देश की जनता के साथ रू-ब-रू होते हैं। इस दौरान वह देश के वर्तमान हालात के साथ-साथ लोगों की कई रोचक कहनियां भी साझा करते हैं।
- अभी कुछ दिन बाद रक्षाबंधन का पावन पर्व आ रहा है। मैं इन दिनों देख रहा हूं कि कई लोग और संस्थायें इस बार रक्षाबंधन को अलग तरीके से मनाने का अभियान चला रहें हैं। कई लोग इसे Vocal for local से भी जोड़ रहे हैं और बात भी सही है।
- जब हम कुछ नया करने का सोचते हैं तो ऐसे काम भी संभव हो जाते हैं, जिनकी आम-तौर पर कोई कल्पना नहीं करता। जैसे कि बिहार के कुछ युवा मोती का काम कर रहे हैं।
- लेह और लद्दाख का नाम सामने आते ही खुबसूरत वादियां और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के दृश्य हमारे सामने आ जाते हैं। ताज़ी हवा के झोंके महसूस होने लगते हैं। वहीँ कच्छ का ज़िक्र होते ही रेगिस्तान, दूर-दूर तक रेगिस्तान, कहीं पेड़-पौधा भी नज़र ना आये, ये सब, हमारे सामने आ जाते हैं।
- बिहार में कई महिला स्वयं सहायता समूह ने मधुबनी पेंटिंग वाला मास्क बनाना शुरू किया है। देखते-ही-देखते यह काफी प्रसिद्घ हो गया है। ये मधुबनी मास्क एक तरह से अपनी परम्परा का प्रचार तो करते ही हैं, लोगों को स्वास्थ्य के साथ रोजगारी भी दे रहे हैं।
- मैं आप से आग्रह करूंगा जब भी आपको मास्क के कारण परेशानी महसूस होती हो, मन करता हो उतार देना है तो पल-भर के लिए उन डॉक्टरों का का स्मरण कीजिये, उन नर्सों का स्मरण कीजिये, हमारे उन कोरोना वारियर्स का स्मरण कीजिये। आप देखिये वो मास्क पहनकर के घंटो तक लगातार, हम सबके जीवन को, बचाने के लिए जुटे रहते हैं।
- हमें यह ध्यान रखना है कि कोरोना अब भी उतना ही घातक है, जितना शुरू में था। इसीलिए हमें पूरी सावधानी बरतनी है।
- अटल जी ने कहा था कि कारगिल युद्ध ने हमें एक दूसरा मंत्र दिया है।ये मंत्र था कि कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले हम ये सोचें कि क्या हमारा ये कदम उस सैनिक के सम्मान के अनुरूप है जिसने उन दुर्गम पहाड़ियों में अपने प्राणों की आहुति दी थी।
- मेरा देश के नौजवानों से आग्रह है कि आज दिन-भर कारगिल विजय से जुड़े हमारे जाबाजों की कहानियाँ, वीर-माताओं के त्याग के बारे में, एक-दूसरे को बताएं और शेयर करें।
- मैं देख रहा हूं कि आज देश भर में लोग कारगिल विजय को याद कर रहे है। सोशल मीडिया पर एक हैशटैग #courageinkargil के साथ लोग अपने वीरों को नमन कर रहें हैं, जो शहीद हुए हैं उन्हें श्रद्धांजलि दे रहें हैं।
- उस समय, मुझे भी कारगिल जाने और हमारे जवानों की वीरता के दर्शन का सौभाग्य मिला, वो दिन, मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है।
- भारत की वीर सेना ने जो पराक्रम दिखाया, भारत ने अपनी जो ताकत दिखाई, उसे पूरी दुनिया ने देखा था।
- आप कल्पना कर सकते हैं, ऊचें पहाडों पर बैठा हुआ दुश्मन और नीचे से लड़ रही हमारी सेनाएँ, हमारे वीर जवान, लेकिन, जीत पहाड़ की ऊंचाई की नहीं, भारत की सेनाओं के ऊँचे हौंसले और सच्ची वीरता की हुई ।
- पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मनसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आन्तरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था । भारत तब पाकिस्तान से अच्छे संबंधों के लिए प्रयासरत था।
- आज, 'कारगिल विजय दिवस' है । 21 साल पहले आज के ही दिन कारगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था । साथियो, कारगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था, वो, भारत कभी नहीं भूल सकता ।
पिछले 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी लद्दाख, कोरोना वायरस, अनलॉक समेत कई मुद्दों पर बात की थी। उन्होंने लद्दाख झड़प पर कहा था कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ दोस्ती निभाना जानता है, तो फिर जरूरी समय पर उचित जवाब देना भी जानता है। उन्होंने कहा था, 'लद्दाख में भारत की भूमि पर, आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है। हमारे वीर सैनिकों ने दिखा दिया है कि वो कभी भी मां भारती के गौरव पर आंच नहीं आने देंगे।'
'मन की बात' में प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस पर कहा था कि भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मजबूत किया है। दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है। अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है।