क्रिप्टो करेंसी कानून ने उड़ाई निवेशकों की नींद, जानिए क्या होंगे प्रावधान ?

क्रिप्टो करेंसी कानून ने उड़ाई निवेशकों की नींद, जानिए क्या होंगे प्रावधान ?
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नईदिल्ली। क्रिप्टो करेंसी को लेकर देश में दुविधा की स्थिति पैदा हो गई है। केंद्र सरकार ने क्रिप्टो करेंसी में होने वाले अनियमित उतार-चढ़ाव से लोगों को बचाने का निर्णय लिया है। जिसके लिए सरकार आगामी शीतकालीन सत्र में कानून लाने जा रही है। इस घोषणा के बाद मंगलवार को इसकी कीमत अचानक गिर गई। जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा है।संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू होकर 23 दिसंबर को संपन्न होगा।

आइए जानते है क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल -

केंद्र सरकार सत्र के दौरान क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021 संसद में पेश करेगी। इस विधेयक के तहत सरजार देश में आधिकारिक क्रिप्टोकरेंसी जारी करने की योजना बना रही है। बताया जा रहा है की इस विधेयक के तहत सभी निजी क्रिप्टो करेंसी को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। बता दें की शीतकालीन सत्र में पेश करने के लिए सूचीबद्ध 26 विधेयकों में क्रिप्टोकरेंसी बिल भी शामिल है।

बिटकॉइन में 17 फीसदी की गिरावट -

संसद में क्रिप्टो करेंसी बिल को पेश करने का फैसला होने के बाद दुनिया की सबसे मशहूर क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन की कीमत में आज 17 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आ गई। इसी तरह एथेरियम की कीमत 14.6 प्रतिशत, रिप्पल की कीमत 13.6 प्रतिशत, टेथेर की कीमत 10.29 प्रतिशत और कार्डानो की कीमत 18.47 प्रतिशत तक गिर गई। भारत में पिछले कुछ वर्षों के दौरान क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने का प्रचलन काफी तेजी से बढ़ा है।

डेढ़ से दो करोड़ यूजर -

एक मोटे अनुमान के मुताबिक देशभर में अभी क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या डेढ़ से दो करोड़ के बीच है। ऐसे में अगर केंद्र सरकार का क्रिप्टो करेंसी बिल कानून की शक्ल ले लेता है, तो इससे इन करोड़ों निवेशकों के पैसे फंसने का खतरा बन जाएगा। हालांकि जानकारों का कहना है कि सरकार इस बिल में निवेशकों के लिए इस बात प्रावधान कर सकती है, ताकि निश्चित समयावधि में निवेशक क्रिप्टो मार्केट से अपना पैसा निकाल सकें।

6,000 क्रिप्टो करेंसी

आपको बता दें मौजूदा समय में दुनिया भर में करीब 6,000 क्रिप्टो करेंसी मौजूद हैं। इनमें से पूरी दुनिया में 15 से भी कम क्रिप्टो करेंसी आम प्रचलन में हैं। क्रिप्टो करेंसी का ना तो कोई स्थाई मूल्य है और ना ही पूरी दुनिया में कोई भी बैंक इन्हें इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट के तौर पर स्वीकार करता है। बड़ी बात ये भी है कि क्रिप्टो करेंसी में किया गया निवेश कभी भी और किसी भी बात की कोई गारंटी नहीं देता है। ऐसे में जिस दिन क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूटेगा, उस दिन करोड़ों लोगों सड़क का पूरा निवेश खतरे में पड़ जाएगा।


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