तूफान ताऊ ते ने ऊना से भावनगर तक बरपाया कहर, 5 जिलों में तेज बारिश
नईदिल्ली। चक्रवाती ताऊ ते तूफान दीव के तट से टकराने के बाद फिलहाल अमरेली से गढ़डा की ओर बढ़ रहा है। इससे अमरेली-जाफराबाद के साथ ही भावनगर में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई है। भावनगर में कई जगहों पर पेड़ गिरने की खबर है। ऊना से भावनगर तक कल रात से ही तूफान ने कहर बरपा रखा है।
तूफान गुजरात में प्रवेश कर अपना असर दिखा रहा है। सोमनाथ, वेरावल, ऊना और कोडिनार सहित तटीय क्षेत्रों में 130 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और भूस्खलन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेकिन अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सोमनाथ में तूफान का भारी असर देखने को मिल रहा है| यहां 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है और भारी बारिश शुरू हो गई है। सूबे के प्रायः सभी शहरी क्षेत्रों में बत्ती गुल हो गई है। उधर, राजकोट के आटकोट, जसदन और आसपास के इलाकों में भी भारी बारिश हुई है और पूरे पंथ में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है|
जूनागढ़ भी प्रभावित -
जूनागढ़ भी तूफान से प्रभावित है। वहां आधी रात से ही तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही थी। इससे शहर के कई इलाकों में पेड़ गिर गए। इसके अलावा शहर के गांधीचौक इलाके में सिटी राइड बस पर होर्डिंग गिरने से गांधीचौक से रेलवे स्टेशन तक का रास्ता बंद हो गया। घटना की जानकारी नगर निगम को मिली तो होर्डिंग हटायी गई। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
राजकोट में गिरे पेड़ -
राजकोट में देर रात 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और कई जगह पेड़ गिर गए हैं। आधी रात को तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी। जिलाधिकारी रेम्या मोहन ने लोगों से अकारण बाहर न निकलने की अपील की है। तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है| ऊना और गिरगढ़डा में पेड़,और सोलर पैनल गिरने की खबर है। मोबाइल टावर गिरने से जाफराबाद के कई गांवों का संपर्क टूट गया है।
12 हजार,450 लोगों को आश्रय स्थल पर पहुंचाया -
तूफान से प्रभावित इलाके में सुबह से देर रात तक जिले भर से कुल 12 हजार,450 लोगों को आश्रय गृहों में पहुंचाया गया है। क्षेत्र के जानवरों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। जिला प्रशासन की पूर्व योजना के कारण अब तक कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।नवसारी जिले के जलालपुर तालुका के कृष्णापुर गांव से लापता नाव के की तलाश शुरू कर दी गई है| नाव 13 तारीख को 8 मछुआरों को लेकर धोलाई बंदरगाह से निकली थी, लेकिन उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला है।