अमृतपाल को पाकिस्तान ले जाना चाहता था दलजीत कलसी, ISI के प्लान के किए खुलासे
चंडीगढ़। पंजाब पुलिस जिस अमृतपाल की पिछले 13 दिनों से तलाश कर रही है। अमृतपाल को ढूंढने के लिए होशियारपुर में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।यहां उसे ड्रोन से तलाश किया जा रहा है। अमृतपाल उत्तराखंड से आने के बाद जालंधर में कपूरथला बॉर्डर के नजदीक एक डेरे में छुपा था।
इसी बीच अमृतपाल के गिरफ्तार साथी दलजीत कलसी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। वह पाकिस्तानी एजेंसी के इशारे पर भारत में चल रहे सट्टेबाजी गैंग का मुखिया है। उसका ये काला कारोबार महाराष्ट्र, दिल्ली, बेंगलुरू, राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश, और दक्षिण भारत के कुछ इलाकों तक फैला है। ये सट्टेबाज भारत से सट्टे की आधी कमाई पाकिस्तान में आईएसआई को भेजते थे। जानकारी में सामने आया है कि आईएसआई ने पाकिस्तान सटे इलाकों फाजिल्का, फिरोजपुर, तरनतारन, गुरदासपुर, अमृतसर और अजनाला में अपने स्लीपर सेल तैनात कर रखे है। उसने बताया कि अमृतपाल पाकिस्तान भागने की फिराक में था।
इससे पहले बुधवार की शाम एक वीडियो जारी करके पंजाब पुलिस को चुनौती दे डाली। अमृतपाल ने इस वीडियो के माध्यम से अकाल तख्त जत्थेदार से वैसाखी पर सरबत खालसा बुलाने की अपील की है।अमृतपाल ने देश-विदेश में बसे सिखों को सरबत खालसा में भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि बहुत समय से हमारी कौम अपने मसलों पर छोटी-छोटी लड़ाई लड़ रही है। अब एकजुट होकर लडऩे का समय आ गया है।
चढ़दीकलां में अमृतपाल -
इस वीडियो में अमृतपाल सिंह ने कहा कि वाहेगुरु की कृपा से मैं चढ़दीकला में हूं। उन्होंने कहा कि हुकूमत ने लोगों में मन में भय पैदा किया है। हुकूमत ने जुल्म की जो हद पार कर दी है, उससे साफ है कि सिख कौम को आज भी उसी तरह धकेला जा रहा है जैसे मुगल करते थे। अमृतपाल सिंह ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करने वाले लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जहां तक गिरफ्तारी की बात है वह वाहेगुरू के हाथ में है। इतने बड़े घेरे से बचकर मैं सुरक्षित निकला हूं।
नाके बंदी -
इससे पहले पुलिस ने मंगलवार की रात होशियारपुर जिले के कई गांवों में नाकाबंदी करके अमृतपाल की तलाश में सर्च अभियान चलाया था। कहा जा रहा था कि अमृतपाल एक टीवी चैनल को इंटरव्यू देकर दरबार साहिब में सरेंडर करेगा। पुलिस चाहती थी कि अमृतपाल को सरेंडर से पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाए। जिसके चलते बुधवार सुबह से ही अमृतसर स्थित दरबार साहिब तथा तख्त दमदमा साहिब की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया। अमृतसर में पुलिस ने दिनभर कोर्ट परिसर को भी घेरे रखा। अमृतपाल सरेंडर करने के लिए तो नहीं पहुंचा।