सावन का तीसरा सोमवार, अर्धनारीश्वर स्वरूप में काशीपुराधिपति के दर्शन, श्रद्धालुओं पर की गई पुष्पवर्षा
सावन का तीसरा सोमवार, अर्धनारीश्वर स्वरूप में काशीपुराधिपति के दर्शन
वाराणसी, उत्तरप्रदेश। श्रावण मास के तीसरे सोमवार को बाबा विश्वनाथ अर्धनारीश्वर स्वरूप में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। सुबह से भक्तों की भारी भीड़ काशी विश्वनाथ धाम में उमड़ रही है। इस अवसर पर वाराणसी मंडलायुक्त द्वारा मंदिर न्यास, पुलिस और अन्य अधिकारियों के साथ आगंतुक श्रद्धालुओं का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।
काशी पुराधिपति का श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को अलग-अलग स्वरूप का श्रृंगार किया जा रहा है। बाबा हर सोमवार को अलग-अलग स्वरूपों में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। श्री विश्वेश्वर के दरबार में हाज़िरी देने के लिए श्रद्धालुओं की आस्था की अटूट कतार रात्रि से ही दिखने लगी। नियमित दर्शन करने वाले नियमित कार्ड धारक सुबह और शाम एक-एक घंटे काशी द्वार काशीपुराधिपति के चौखट तक आसानी से पहुँच पा रहे हैं।
@ShriVishwanath धाम में तृतीय श्रावण सोमवार पर वाराणसी मंडलायुक्त महोदय द्वारा मंदिर न्यास, पुलिस एवं अन्य अधिकारियों के साथ आगंतुक श्रद्धालुओं का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। महादेव सभी का कल्याण करें।
— Vishwa Bhushan (@VishwaMishr) August 5, 2024
।।श्री काशीविश्वनाथो विजयतेतराम।। pic.twitter.com/TXNNaId7kA
ऐसी मान्यता है कि काशी का कंकर-कंकर शंकर है। ऐसे ही भगवान शंकर की नगरी काशी में उनकी महिमा दिखाई देती है। अब यदि महादेव के प्रिय माह श्रावण का समय हो तो काशी की छटा निराली दिखने लगती है। कावड़ियों के केसरिया रंग से रंगी काशी बोल-बम के उद्घोष से गुंजायमान है। काशी मे बाबा के भक्तों का जनसैलाब उमड़ रहा है।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि श्रावण मास के तीसरे सोमवार को श्री विशेश्वर के अर्धनारीश्वर स्वरुप का दर्शन किया जा रहा है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि, इस सोमवार को काशी द्वार से नियमित दर्शन करने वाले नेमी कार्ड धारक सुबह 4 से 5 और शाम को 4 से 5 दर्शन कर पाएंगे।
श्रावण माह के प्रथम सोमवार को बाबा विश्वनाथ के चल प्रतिमा के स्वरूप का श्रृंगार हुआ था। भक्त बाबा के चल प्रतिमा स्वरूप का दर्शन पाए थे। शिव भक्त सावन के दूसरे सोमवार को अपने बाबा के विशेष स्वरूप गौरी शंकर (शंकर पार्वती ) का दर्शन कर आशीर्वाद लिए थे। आज सावन के तीसरे सोमवार को बाबा अर्धनारीश्वर स्वरूप में प्रकट होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं।