Dussehra 2024: भारत की किसी देश से दुश्मनी नहीं लेकिन किसी देश ने...शस्त्र पूजा के बाद बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

भारत की किसी देश से दुश्मनी नहीं लेकिन किसी देश ने...शस्त्र पूजा के बाद बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

Rajnath Singh performed Shastra Puja on Dussehra 2024 : दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल। हमने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया क्योंकि हमारे दिल में किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है। हमने युद्ध तभी लड़ा है जब किसी देश ने हमारी अखंडता और संप्रभुता का अनादर किया है। यह बात रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के सुकना सैन्य स्टेशन पर पारंपरिक शस्त्र पूजा के बाद कही है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, हम सभी जानते हैं कि आज का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। जब भगवान राम ने बुराई के रावण पर विजय प्राप्त की - यह मानवता की जीत थी। जब किसी देश ने धर्म, सत्य और मानवीय मूल्यों के खिलाफ युद्ध शुरू किया है। शास्त्र की पूजा करना एक प्रतीक है जिसे जरूरत पड़ने पर पूरी ताकत से इस्तेमाल किया जा सकता है।

सैनिकों में मानवीय मूल्यों के प्रति समान सम्मान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने कलश पूजा के साथ अनुष्ठान की शुरुआत की, जिसमें शस्त्र पूजा और वाहन पूजा भी शामिल थीं। उन्होंने अत्याधुनिक पैदल सेना, तोपखाने, संचार प्रणालियों, गतिशीलता प्लेटफार्मों और ड्रोन प्रणालियों जैसे कई आधुनिक सैन्य उपकरणों की पूजा की।

संबोधन में राजनाथ सिंह ने सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने में सशस्त्र बलों की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और सैनिकों में मानवीय मूल्यों के प्रति समान सम्मान है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि, भारत किसी देश से तभी लड़ता है, जब हमारे हितों को खतरा होता है।" शस्त्र पूजा एक स्पष्ट संकेत है कि जरूरत पड़ने पर हथियारों और उपकरणों का पूरी ताकत से उपयोग किया जाएगा।

राष्ट्र की रक्षा के लिए सशस्त्र बलों की तैयारी

राजनाथ सिंह ने कहा, शक्ति, सफलता और सुरक्षा के लिए आशीर्वाद मांगने वाले अनुष्ठान दशहरा की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गहराई को दर्शाते हैं। ये राष्ट्र की रक्षा के लिए सशस्त्र बलों की तैयारी और अटूट समर्पण का प्रतीक हैं। इस समारोह ने भारतीय सेना की परंपरा और आधुनिकीकरण के मिश्रण को उजागर किया, जो भारत की संप्रभुता को बनाए रखने और स्वदेशी रक्षा प्रणालियों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।

इस कार्यक्रम में थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, मनोनीत रक्षा सचिव आर.के. सिंह, पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राम चन्द्र तिवारी, सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन, त्रिशक्ति कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल जुबिन ए. मिनवाला और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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