दिल्ली में हनुमान जन्मोत्सव शोभायात्रा पर पथराव ऐसे...हुआ शुरू, अचानक बरसने लगे पत्थर
नईदिल्ली। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में कुशल सिनेमा के पास शनिवार शाम करीब पौने सात बजे हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर पथराव हुआ है। उपद्रवियों ने यहां पथराव के बाद आगजनी भी की है। इसके बाद दो समुदायों की तरफ से मौके पर एकत्र हुए लोगों ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और कुछ गाड़ियों व दुकान को आग के हवाले भी कर दिया। इतना ही नहीं उपद्रवियों के बीच तलवार और डंडे भी भांजे गए। घटना में पुलिसकर्मी समेत दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए हैं। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालात को काबू करने के लिए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर दीपेंद्र पाठक ने बताया कि हालात काबू में है। पुलिस बल के साथ वरिष्ठ अधिकारी डटे हुए है साथ ही घटना स्थल रैपिड एक्शन फ़ोर्स तैनात किया है। घटना के बाद कई थानों से एडिशनल पुलिस फोर्स बुलाई गई है। फोर्स इलाके में मार्च कर रही है। अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। हालांकि इलाके में जबरदस्त तनाव का माहौल है। पुलिस ने बताया कि पथराव रोकने पहुंचे कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
कुशल सिनेमा से शुरू हुआ बवाल -
पुलिस के मुताबिक शोभायात्रा जब कुशल सिनेमा के पास पहुंची, तभी पीछे से कुछ लोगों ने इसपर पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ की स्थिति बन गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान वीडियो सामने आए हैं जिसमें अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिल रहा है। बताया गया है कि पुलिस ने जब मौके पर स्थिति को संभालने की कोशिश की, तब उपद्रवियों द्वारा उन पर भी हमला किया गया।
सुनियोजित हमला -
सूत्रों के अनुसार हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर शोभायात्रा पर हुआ हमला सुनियोजित बता रहे है। एफआईआर के अनुसार, दोपहर चार बजे शोभायात्रा ई ब्लॉक से निकाली गई। जब ये सी ब्लाक पहुंची तो विशेष समुदाय के लोगों की ओर से अचानक शोभायात्रा पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया गया। शोभायात्रा में शामिल लोग अचानक हुए इस हमले से जब तक खुद को बचा पाते वे चारों और से घिर गए। वहां स्थित मस्जिद समेत मुसलमानों के घरों की छतों से ईंट, पत्थर के साथ ही कांच की बोतलों आदि से हमला और तेज कर दिया गया। ऐसे में पुलिस जांच जार रही है की यदि घटना अचानक घटी तो मस्जिद और उपद्रवियों के घरों पर पहले से पत्थर और कांच की बोतलें आदि सामान कहाँ से आया।