दिशा, निकिता और शांतनु ने बनाई थी टूलकिट, ग्रेटा तक टेलीग्राम से पहुंचाई
नईदिल्ली। किसान आंदोलन से जुड़ी टूलकिट मामले में अब तक दीपा रवि की गिरफ्तारी के बाद निकिता और शांतनु के नाम पर वारंट जारी किया गया है। अब इस मामले में एक और नाम सामने आया है। ये तीसरा नाम पीटर फेड्रिक का है। दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर टूलकिट केस में अब तक हुई कार्रवाई की जांनकारी दी। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बताया की ये टूलकिट सुनियोजित तरीके से बनाई गई थी। इसमें बताया गया की किस तरह किसान आंदोलन को समर्थन देना है।
उन्होंने बताया की दिशा रवि ने टूलकिट को पीटर फेड्रिक को भी टैग किया था। ये सभी लोग खालिस्तानी भजन सिंह भिंडर के संपर्क में थे। उन्होंने बताया की दिशा को बेंगलुरु से गिरफ्तार करने के बाद से लगातार पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया की बेंगलुरु टीम ने दिशा से पूछताछ की और उसके फोन से महत्वपूर्ण जानकारी मिली। जानकारी से स्पष्ट हुआ कि दिशा अपने साथियों निकिता और शांतनु के साथ मिलकर टूलकिट गूगल डॉक्यूमेंट को बनाया और शेयर किया। दिशा ने टेलीग्राम के जरिए ही ग्रेटा थनबर्ग को टूलकिट भेजी थी।
एम ओ धालीवाल के संपर्क में -
जांच के दौरान टूलकिट के ऑनलाइन मौजूद स्क्रीन शॉट्स की पड़ताल की गई है और जांच में प्राप्त जानकारी मिलते ही इस टूलकिट गूगल डॉक्यूमेंट की संपादक निकिता जैकब के खिलाफ सर्च वारंट जारी कर केस के आयोग समेत एक टीम को मुंबई भेजा गया।उनके पास से 2लैपटॉप और 1आईफोन मिला। जांच में ये भी बात सामने आई कि काव्य न्याय फाउंडेशन के संस्थापक एम ओ धालीवाल अपने कनाडा में रह रहे सहयोगी पुनीत के जरिए निकिता जैकब से संपर्क किया। उनका मकसद गणतंत्र दिवस से पहले और बाद में ट्विटर स्टॉर्म और डिजिटल स्टाइक करना था।