खालसा राज्य का सपना देखना कोई अपराध नहीं - खडूर सांसद अमृतपाल सिंह
Khadoor MP Amritpal Singh
Khadoor MP Amritpal Singh : पंजाब। खालसा राज्य का सपना देखना कोई अपराध नहीं है - खडूर सांसद अमृतपाल सिंह ने इस बार जो बयान दिया है उसकी चर्चा अब लंबी खिचेगी। अमृतपाल सिंह ने हाल ही में सांसद के रूप में शपथ ली है। सांसद बनने के बाद यह उनका पहला बयान है। अमृतपाल सिंह के दोबारा खालिस्तान का समर्थन करने के पीछे का कारण उनकी मां का एक बयान है।
अमृतपाल सिंह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'आज जब मुझे माताजी द्वारा दिए गए कथन के बारे में पता चला तो मेरा दिल बहुत दुखी हुआ। खालसा राज्य का सपना देखना कोई अपराध नहीं है, यह गर्व की बात है। जिस रास्ते के लिए लाखों सिखों ने अपने प्राणों की आहुति दी है, उससे पीछे हटने का हम सपना भी नहीं देख सकते। मैंने मंच से बोलते हुए कई बार कहा है कि अगर मुझे पंथ और परिवार के बीच चुनना पड़े तो मैं हमेशा पंथ को चुनूंगा।
'इस संबंध में इतिहास का वह वाक्य बहुत उपयुक्त है जहां बंदा सिंह बहादुर के साथ सिंह शहीद हो रहे थे, एक 14 वर्षीय युवक की मां ने उसे बचाने के लिए कहा कि अगर यह युवक सिख नहीं होता तो इसे मार दिया जाता। युवक ने आगे कहा कि अगर यह महिला कहती है कि मैं गुरु का सिख नहीं हूं, तो मैं कहता हूं कि यह मेरी मां नहीं है। मैं अपने परिवार को सिख राज्य से समझौता करने के बारे में कभी भी न सोचने की सलाह देता हूं। यह कहना दूर की बात है कि भविष्य में ऐसा सोचते समय ऐसी गलती नहीं करनी चाहिए। गुरु पंथ का गुलाम अमृतपाल सिंह बंदी डिब्रूगढ़ जेल असम।'
ਰਾਜ ਬਿਨਾ ਨਹਿ ਧਰਮ ਚਲੈ ਹੈਂ॥
— Amritpal Singh (@singhamriitpal) July 6, 2024
ਧਰਮ ਬਿਨਾ ਸਭ ਦਲੈ ਮਲੈ ਹੈਂ॥
ਗੁਰੂ ਰੂਪ ਗੁਰੂ ਪਿਆਰੀ ਸਾਧ ਸੰਗਤ ਜੀਓ ॥
ਵਾਹਿਗੁਰੂ ਜੀ ਕਾ ਖਾਲਸਾ ਵਾਹਿਗੁਰੂ ਜੀ ਕੀ ਫਤਹਿ ॥
ਕੱਲ ਮਾਤਾ ਜੀ ਵੱਲੋਂ ਦਿੱਤੇ ਬਿਆਨ ਬਾਰੇ ਜਦੋਂ ਅੱਜ ਮੈਨੂੰ ਪਤਾ ਲੱਗਾ ਤਾਂ ਮੇਰਾ ਮਨ ਬਹੁਤ ਦੁਖੀ ਹੋਇਆ ॥ਬੇਸ਼ੱਕ ਮੈਨੂੰ ਇਹ ਯਕੀਨ ਹੈ ਕਿ ਮਾਤਾ ਜੀ ਵੱਲੋਂ ਇਹ ਬਿਆਨ ਅਣਜਾਣੇ ਵਿੱਚ…
अमृतपाल सिंह की मां ने क्या कहा था ?
दरअसल, मीडिया से चर्चा करते हुए अमृतपाल सिंह की मां ने कहा था कि, 'उनका बेटा अगर पंजाब के युवाओं के बारे में सोचता है, बात करता है तो उसे खालिस्तानी कहा जाता है जो की गलत है। अमृतपाल ने संविधान के दायरे में रहते हुए चुनाव लड़ा और अब उसे खालिस्तानी कहा जाना सही नहीं है।'
अमृतपाल सिंह लंबे समय से खालिस्तान का समर्थन करता आ रहा है। फिलहाल उसे डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है। जेल में रहते हुए अपने समर्थकों से समर्थन से उसने खडूर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था।