दिल्ली में 4.2 तीव्रता का भूकंप, गाजियाबाद तक महसूस किए गए झटके
- भूकंप का केंद्र राजस्थान के अलवर में 5 किमी. की गहराई में था
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में गुरुवार रात 11.45 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इससे लोग सहम गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आये। भारतीय मौसम विभाग के सिस्मोलॉजी विभाग के निदेशक (ऑपरेशंस) जेएल गौतम के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.2 मापी गई है। भूकंप का केंद्र राजस्थान के अलवर में लगभग पांच किलोमीटर गहराई में था। दिल्ली से लेकर नोएडा, गाजियाबाद तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।
#Earthquake | The earthquake measured 4.2 on the Richter scale: National Center for Seismology
— The Weather Channel India (@weatherindia) December 17, 2020
Tremors were felt in parts of #DelhiNCR.
Earthquake tremors felt in parts of Delhi. pic.twitter.com/npGfEwuvaN
— ANI (@ANI) December 17, 2020
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) में वैज्ञानिक जेएल गौतम ने बताया कि अभी तक ऐसी कोई तकनीक नहीं बनी है जिससे पहले से इसके बारे में बताया जा सके। भूकंप आने के बाद तीव्रता का अंदाजा तो लगाया जा सकता है पर पहले से कुछ नहीं कहा जा सकता।उन्होंने बताया कि भूकंप आने वाले क्षेत्र 5 जोन में बंटे हैं जिसमें 5वां जोन सबसे खतरे में है। दिल्ली का इलाका चौथे जोन में आता है।
जेएल गौतम ने बताया कि हिमालय के आसपास वाले इलाके में बड़े भूकंप आने का खतरा ज्यादा है, क्योंकि वहां पर प्लेटें खिसक रही हैं। इसलिए हिंदुकुश पर्वत से लेकर उत्तर-पूर्व तक भूकंप का ज्यादा खतरा है। चूंकि हिमालयी क्षेत्र से 250 से 300 किलोमीटर के करीब दिल्ली की दूरी है, इसलिए वहां आए भूकंप का असर इस इलाके में दिख सकता है। जैसे पड़ोसी देश नेपाल में आए भूकंप का असर दिल्ली तक देखा गया था।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष दिल्ली-एनसीआर में 12 अप्रैल से तीन जून तक आये भूकंप का यह 15वां झटका था। इससे पहले आये 14 भूकंप निम्न से मध्यम तीव्रता के थे