हिमाचल में थमा चुनावी शोर, आखिरी दिन सभी दलों ने लगाया जोर, 12 नवंबर को होगा मतदान

हिमाचल में थमा चुनावी शोर, आखिरी दिन सभी दलों ने लगाया जोर, 12 नवंबर को होगा मतदान
X
भाजपा-कांग्रेस के दिग्गजों की ताबड़तोड़ रैलियां
शिमला। हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को होने वाले मतदान से पूर्व गुरुवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार का शोर थम गया। आखिरी दिन तमाम राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी। अब उम्मीदवार डोर टू डोर जनसंपर्क ही कर सकेंगे।चुनाव प्रचार के अंतिम दिन राज्य के विभिन्न स्थानों पर दिनभर सियासी दलों की रैलियों और रोड शो का दौर चलता रहा। राज्य के दोनों प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस ने आखिरी दिन अपने स्टार प्रचारकों को मैदान में उतारा। सत्तारूढ़ दल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कांगड़ा जिला के फतेहपुर, बिलासपुर जिले के हटवाड़ और झण्डूता में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी जनसभाएं कीं। इसी तरह वरिष्ठ भाजपा नेता व केन्द्रीय मंत्री अमित शाह सुलह निर्वाचन क्षेत्र के दैहन और पांवटा साहिब जबकि अनुराग सिंह ठाकुर शिमला ग्रामीण के जलोग व सोलन के धर्मपुर और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी में केलंग, मनाली के सरसैई व मंडी के सरकाघाट में रैलियों को संबोधित किया। वरिष्ठ भाजपा नेता व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रामपुर के जवालड़ा, सुंदरनगर के निहरी और करसोग में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभाएं कीं।

उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ बंजार के सैंज, मंडी जिले के कंसा और नाचन के धनोटू में जबकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रोहडू निर्वाचन क्षेत्र के पुजारली में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार किया। वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कांगड़ा जिला के देहरा और हमीरपुर के नादौन में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी चुनाव प्रचार के आखिरी दिन प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में विजय आशीर्वाद रैलियां निकालीं।

इसी तरह कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने सिरमौर जिले के शिलाई में परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली कर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की। हालांकि खराब मौसम की वजह से वह शिमला के रोड शो में शामिल नहीं हो सकीं।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर 12 नवम्बर को मतदान हाेगा और मतगणना 8 दिसम्बर को मतगणना होगी। राज्य में 55 लाख से अधिक मतदाता 412 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। प्रदेश में 7881 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं, जिनमें से 7235 ग्रामीण क्षेत्रों में, जबकि 646 मतदान केन्द्र शहरी क्षेत्रों में हैं। सबसे अधिक एक हजार 625 मतदान केन्द्र कांगड़ा जिले में बनाए गए हैं। इनमें 65 मतदान केंद्र 10 से 12 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित हैं और 20 मतदान केंद्र 12 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित हैं।

Tags

Next Story