प. बंगाल में हिंसा के बीच 80 फीसदी और असम में करीब 72 फीसदी मतदान हुआ
नईदिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के दौरान गुरुवार शाम 5:00 बजे तक 80 फ़ीसदी से अधिक मतदान होने की खबर है। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार शाम 5:00 बजे तक जहां असम में महज 72.98 फ़ीसदी मतदान हुआ। वहीं 5 बजे तक पश्चिम बंगाल में 80.02 फ़ीसदी मतदान हुआ है। बंगाल में सबसे अधिक मतदान पूर्व मेदिनीपुर जिले में रिकॉर्ड किया गया। यहां 81.23 फ़ीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा बांकुड़ा में 81.17 फ़ीसदी लोगों ने वोट डाले। पश्चिम मेदिनीपुर में 78.05 फ़ीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जबकि दक्षिण 24 परगना में 79.66 लोग मतदान कर चुके हैं। विधानसभा वाइज अगर देखा जाए तो सबसे अधिक मतदान कोतुलपुर में हुई है। यहां 87.21 फ़ीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। नंदीग्राम में अभी तक 80.79 फ़ीसदी लोग मतदान कर चुके हैं।
ममता ने पोलिंग बूथ पर किया कब्जा -
ममता बनर्जी ने नंदीग्राम के एक हाईस्कूल में बने मतदान केंद्र पर पिछले एक घंटे से ममता बनर्जी बैठी हैं। उनके वहां बैठने से मतदान रुक गया है। क्षेत्र में धारा 144 लागू होने के बावजूद बड़ी संख्या में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ों समर्थक हंगामा क रहे हैं। बताया गया है कि मतदान केंद्र के अंदर से ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन कर आरोप लगाया है कि क्षेत्र में बड़ी संख्या में बाहरी लोगों को लाया गया है, जो सेंट्रल फोर्स के जवानों की मदद से आए हैं। उन्होंने राज्यपाल को फोन कर कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर सेंट्रल फोर्स के जवानों ने यहां बाहरी लोगों को शरण दी है और वही लोग क्षेत्र में हंगामा और अशांति फैला रहे हैं
शुभेंदु अधिकारी पर हमला -
नन्दीग्राम से भाजपा उम्मीदवार पर आज कुछ लोगों ने शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला कर दिया। जिसमें उनके काफिले की कार के शीशे टूट गए। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायत डटज कर जाँच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है की एक समुदाय विशेष द्वारा ये हमला किया गया है।
भाजपा - टीएमसी कार्यकर्ता में झड़प -
इसके अलावा पश्चिम मेदिनीपुर के सबंग विधानसभा क्षेत्र के विष्णुपुर में भाजपा व तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जमकर हिंसक टकराव हुआ। इसमें भारतीय जनता पार्टी के कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं। उधर, तृणमूल ने आरोप लगाया है कि रात के समय कैंप ऑफिस को सजाने के समय कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने हमले कर दिया। इस आरोप में पुलिस ने तीन भाजपा समर्थकों को गिरफ्तार किया है।
नंदीग्राम में बमबारी -
राज्य की सबसे हॉट सीट नंदीग्राम के कालीचरणपुर से भी बमबारी की जानकारी मिली है। रात को हुई बमबारी के बाद चुनाव के पहले सुबह के समय भी बम फेंके गए। दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने एक दूसरे पर बमबारी के आरोप लगाए हैं। इसके अलावा बांकुड़ा के ओंदा हाई स्कूल में भारतीय जनता पार्टी के पोलिंग एजेंट को घुसने नहीं दिया गया, क्योंकि उसने लाल गमछा ले रखा था। हालांकि बाद में सेंट्रल फोर्स के जवानों ने उसका गमछा उतरवाकर प्रवेश की अनुमति दी। यह भी आरोप है कि नंदीग्राम के एक नंबर ब्लॉक में तृणमूल कांग्रेस के अपराधी बाइक पर सवार होकर घूम रहे हैं और लोगों को धमका रहे हैं। नंदीग्राम में धारा144 लगी हुई है। बावजूद इसके इस तरह से बड़ी संख्या में बाइक सवार लोगों का घूमना स्थानीय प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़ा कर रहा है। मेदिनीपुर के डेबरा विधानसभा क्षेत्र में जहां से पूर्व आईपीएस भारती घोष भाजपा उम्मीदवीर हैं, वहां तृणमूल कांग्रेस के समर्थित अपराधियों पर लोगों को डराने धमकाने के आरोप लगे हैं। भारती घोष ने कहा कि लुंगी पहने हुए लोग मतदाताओं को धमका रहे हैं और मतदान केंद्र तक नहीं पहुंचने दे रहे। यहां तक कि मतदान केंद्र के 100 मीटर दायरे में भी तृणमूल कांग्रेस के लोग एकजुट होकर मतदाताओं को डरा रहे हैं।