दिल्ली कूच की जिद में कथित किसान, स्थिति तनावपूर्ण, 11 पर तोड़-फोड़ और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज
नईदिल्ली/चंडीगढ़/वेब डेस्क। कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का दिल्ली कूच थम नहीं रहा। शनिवार को चौथे दिन हरियाणा-दिल्ली सीमा सिंघु बार्डर पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। किसानों ने दिल्ली की ओर आगे बढ़ने की बजाय राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही डेरा डाल लिया है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। वहीं बहादुरगढ़ के टीकरी बार्डर पर भी किसानों के ठहराव से स्थिति तनावपूर्ण है।
- किसानों के दिल्ली कूच को लेकर हरियाणा की ओर से दिल्ली में आवागमन पिछले चार दिनों से बंद है।
- शुक्रवार रात्रि सिंघु बार्डर पर किसानों के पड़ाव से स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
- किसानों ने दिल्ली के बुराड़ी जाने से इंकार करते हुए कृषि कानून विरोध का वहीं बैठकर विरोध जताने का फैसला लिया।
- राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसानों के ठहराव से व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। 10 किलोमीटर लंबे जाम में हजारों की संख्या में फल व सब्जियों के ट्रक फंसे हुए हैं।
- दिल्ली जाने वाले वाले राहगीर पैदल ही सफर तय कर रहे हैं।
- जाम खुलवाने के लिए दिल्ली के आला अधिकारी किसानों से बातचीत करने पहुंचे, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
पिहोवा थाने में पंजाब किसान यूनियन 6 नेताओं को नामजद सहित दर्जनों किसानों के खिलाफ पुलिस ने बेरिकेड्स तोड़कर नदी में फेंक सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने व पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को जान से मारने की नीयत से ट्रैक्टर-ट्राॅलियां व बाइक जान से मारने की नीयत से ऊपर चढ़ाने के प्रयास करने समेत डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
जीटी रोड पर गांव त्योड़ा में बुधवार को बेरिकेड तोड़ने और अधिकारियों पर गाड़ी चढ़ाने और रास्ता रोकने के आरोप में पुलिस ने भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी सहित 5 किसान नेताओं को नामजद किया है।