दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस ने दर्ज की 38 एफआईआर, 84 गिरफ्तार
नईदिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन का आज 66 वां दिन है। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा के बाद खत्म होते दिख रहे आंदोलन में किसान नेता राकेश टिकैत के आंसूओं से रौनक लौट आई। दिल्ली पुलिस और जाँच एजेंसियां इस हिंसा से जुड़े सबूत जुटा रहीं है। साथ ही इस हिसा को लेकर पुलिस ने 38 एफआईआर दर्ज की हैं और 84 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीँ गलत समाचारों का प्रसार ना हो इसलिए एहतियात के तौर पर आंदोलन के अहम तीनो स्थानों सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर इंटरनेट सर्विस 31 जनवरी की रात 11 बजे तक बंद कर दी है।
इसी बीच दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार किसानों को समर्थन देने के लिए यूपी गेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लाए गए तीनों इसी कानून न केवल किसानों की हो बल्कि देश आम जनता के लिए भी घातक है। सरकार लगातार आंदोलन कर रहे किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। इंडियन नेशनल लोकदल के महासचिव अभय चौटाला ने भी आज टिकैत से मुलाकात की। गाड़ियों के काफिले के साथ अभय यहां गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और राकेश टिकैत से मिलकर उन्हें समर्थन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि किसान किसी से कुछ नहीं कहता है लेकिन अगर कोई उसे छेड़ दे तो तो फिर किसान उसे छोड़ता नहीं है।
किसानों की बढ़ रही संख्या -
इधर किसान आंदोलन में किसानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। किसान अपने ट्रैक्टर ट्रॉली व निजी वाहनों से आंदोलन स्थल पर पहुंच रहे हैं। किसानों का कहना है कि अब यह लड़ाई फसलों की नहीं नस्लों की हो गई है और जब तक कानून वापसी नहीं तब तक घर वापसी नहीं होगी। आंदोलन को मजबूत करने के लिए पंजाब के किसान अब दूसरे राज्यों के किसानों को भी साथ लाएंगे। इसके लिए पटियाला से 700, मोगा से 450, गुरदासपुर से 50 और होशियारपुर के टांडा से 70 किसान शनिवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। आज सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग के यूपी बॉर्डर फ्लाईओवर पर दिल्ली से गाजियाबाद आने वाली एक लेन को ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। एक लेन खुलने के कारण और भारी ट्राफिक दबाव के कारण फ्लाईओवर पर जाम की स्थिति बन गई। हालांकि ट्रैफिक धीरे धीरे रेंगता रहा। दोपहर तक यह स्थिति बनी रही। किसानों ने रखा उपवास- पिछले 4 दिन में 2 बार हुई हिंसा के बाद आंदोलन अब नया मोड़ ले रहा है। दिल्ली की सीमाओं में डटे किसानों ने आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर एक दिन का उपवास रखकर सद्भावना दिवस मनाया। इसके जरिए उन्होंने 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा का प्रायश्चित किया। यूपी गेट पर बड़ी संख्या में किसानों ने सद्भावना दिवस में भाग लिया। '