Shivaji Maharaj Statue: शिवाजी महाराज मूर्ति मामले में पहली गिरफ्तारी, स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल पुलिस हिरासत में
Chhatrapati Shivaji Maharaj Statue : शिवाजी महाराज मूर्ति मामले में पहली गिरफ्तारी
Shivaji Maharaj Statue : शिवाजी महाराज मूर्ति मामले में पुलिस ने पहली गिरफ्त्तारी की है। इस मामले में स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बीते दिनों तेज बारिश होने के बाद सिंधुदुर्ग में स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिर गई थी। इसका अनावरण पीएम मोदी द्वारा किया गया था। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। जिसमें कंसल्टेंट चेतन पाटिल का नाम भी शामिल था।
कोल्हापुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "पुलिस ने मलवण में गिरी छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल को हिरासत में लिया है। उन्हें कोल्हापुर से हिरासत में लिया गया। सिंधुदुर्ग पुलिस में दर्ज एफआईआर में उनका नाम दर्ज है। कोल्हापुर पुलिस की स्थानीय अपराध शाखा की एक टीम ने कल (29 अगस्त) रात करीब 12.30 बजे उनका पता लगाया और उन्हें हिरासत में लिया। बाद में उन्हें सिंधुदुर्ग पुलिस को सौंप दिया गया।"
छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा के अचानक गिर जाने के बाद पुलिस ने इस मामले में ठेकेदार जयदीप आप्टे समेत स्ट्रक्चर कंसल्टेंट चेतन पाटिल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109,110,125,318 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया था।
इधर भारतीय नौसेना ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को हुए नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की थी। इसका अनावरण सिंधुदुर्ग के नागरिकों के प्रति समर्पण के रूप में 3 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस पर किया गया था। राज्य सरकार और संबंधित विशेषज्ञों के साथ, नौसेना ने इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के कारण की तुरंत जांच करने और जल्द से जल्द छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा की मरम्मत और पुनर्स्थापना के लिए कदम उठाने के लिए एक टीम बनाई गई थी।