सरकार ने किसानों को डीएपी खाद पर दी रियायत, सब्सिडी 140 फीसदी बढ़ाई
नईदिल्ली। केंद्र सरकार ने डाई अमोनियम फास्फेट ( डीएपी) खाद की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि होने के बाद भी इसे पुराने दामों पर हो किसानों को उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा - "सरकार किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय मूल्यों में बढ़ोतरी के बावजूद हमने उन्हें पुरानी दरों पर ही खाद मुहैया कराने का निर्णय लिया है। आज के फैसले के बाद DAP खाद का एक बैग 2400 रु की जगह 1200 रु में ही मिलेगा।"
सरकार किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय मूल्यों में बढ़ोतरी के बावजूद हमने उन्हें पुरानी दरों पर ही खाद मुहैया कराने का निर्णय लिया है। आज के फैसले के बाद DAP खाद का एक बैग 2400 रु की जगह 1200 रु में ही मिलेगा।https://t.co/cjJcqUsgEG
— Narendra Modi (@narendramodi) May 19, 2021
वहीँ केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि डाई अमोनियम फास्फेट ( डीएपी) खाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 हजार करोड़ की अतिरिक्त रियायत देकर किसानों को बड़ी राहत दी है। इसके लिए वे प्रधानमंत्री मोदी का किसानों की ओर से आभार व्यक्ति करते हैं।
सरकार किसानों के साथ -
तोमर ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि भारत सरकार हमेशा किसानों के साथ रही है और उनके हितों की रक्षा के लिए हमेशा साथ रहेगी। उन्होंने कहा कि चाहे 'पीएम कियान' योजना के तहत 20 हजार करोड़ रुपये को सीधे किसानों के खातों में पहुंचाने की बात हो या फिर रासायनिक खादों पर 80 हजार करोड़ रुपये की रियायत देने की बात हो, केन्द्र सरकार कभी पीछे नहीं हटी और न हटेगी। मोदी सरकार के लिए किसानों के हितों की रक्षा हमेशा प्राथमिका पर थी है और रहेगी।
1200 रुपये प्रति बैग -
उन्होंने कहा कि डीएपी खाद पर केन्द्र सरकार 500 रुपये प्रति बैग की रियायत देती आई है लेकिन बीते दिनों अंतरराष्ट्रीय बजार में डीएपी की कीमतों में आई उछाल के बाद इसकी कीमत 2400 रुपये प्रति बैग तक पहुंच गई। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र सरकार 500 रुपये ही प्रति बैग सब्सिडी जारी रखती तो किसानों को एक बैग डीएपी के लिए 1900 रुपये देने पड़ते। लेकिन केन्द्र सरकार ने किसानों के हितों को देखते हुए डीएपी पर 140 फीसदी की रियायत देने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से किसानों को एक बैग डीएपी खरीदने से लिए 1200 रुपये ही देने पड़ेंगे। जबकि केन्द्र को प्रति एक बैग पर 1200 रुपये खर्च करने होंगे। तोमर ने कहा कि केन्द्र के इस कदम से निश्चित रूप से किसानों को बड़ी राहत मिली है।