Gujarat Gaming Zone Accident : 8 लोगों की मौत के बाद एक्शन में सरकार, अब एक 6 सीनियर अधिकारी सस्पेंड
Gujarat Gaming Zone Incident
Gujarat Gaming Zone Incident : गुजरात। राजकोट में TRP गेमिंग जोन में आगजनी की घटना में तक 28 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इस मामले में एक्शन लेते हुए 6 सीनियर अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। फोरेंसिक टीम घटना स्थल पर जाकर सबूत इकट्ठे कर रही है। आग इतनी भीषण थी कि, शव भी बरामद नहीं हो पाए। इस मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। गुजरात हाई कोर्ट ने इस घटना पर स्वतः संज्ञान लेते हुए इसे मानव निर्मित आपदा बताई थी।
गुजरात सरकार द्वारा राजकोट नगर निगम के असिस्टेंट इंजिनियर, सड़क और निर्माण विभाग के दो एडिशनल इंजिनियर और डिप्टी इंजिनियर समेत पुलिस विभाग के दो अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। रविवार को गुजरात के मुख्यमंत्री ने TRP गेमिंग जोन का निरिक्षण किया था। उन्होंने दोशियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का आश्वास दिया था। जिसके बाद अब 6 अधिकारी सस्पेंड हो गए हैं।
जांच के SIT का गठन :
इस मामले में जांच के लिए 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। जानकारी के अनुसार गेमिंग जोन में हजारों लीटर डीजल और पेट्रोल मौजूद था। इसके कारण इतनी भीषण आग लग गई। गेमिंग जोन में बाहर निकलने के लिए एक संकरा दरवाजा था कारण लोगों को बचने का मौका नहीं मिला। जाहिर है गेमिंग जोन में लगी आग मानव लापरवाही के कारण इतनी भीषण हो गई।
गुजरात हाई कोर्ट ने क्या कहा :
इस मामले में गुजरात हाई कोर्ट ने स्व - संज्ञान लेते हुए इसे मानव निर्मित आपदा बताई है। हाई कोर्ट की स्पेशल बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए टिप्पणी की थी कि , गेमिंग जोन के निर्माण और संचालन में लापरवाही की गई। इसके साथ ही कोर्ट ने इस अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट नगर निगम से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। कई अन्य जगह पर स्थित गेमिंग जोन को भी गुजरात हाई कोर्ट ने जानलेवा बताया था।