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Hathras Satsang : भोले बाबा की सत्संग में इस चमत्कारी चीज को पाने के लिए लगती थी लोगों की भीड़

Hathras Satsang : राहत कार्य में लगे क्विक रिस्पॉन्स टीम के सिपाही को लाशें देखकर हार्ट अटैक आ गया।

Hathras Satsang : भोले बाबा की सत्संग में इस चमत्कारी चीज को पाने के लिए लगती थी लोगों की भीड़
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Hathras Satsang

Hathras Satsang : उत्तरप्रदेश। हाथरस में हजारों लोग सत्संग में इकठ्ठा हुए थे। इनमें से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है। यह हादसा कितना भयावह था इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, राहत कार्य में लगे क्विक रिस्पॉन्स टीम के सिपाही को लाशें देखकर हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई। जिस बाबा की सत्संग में यह कांड हुआ वह ऐसी चमत्कारी चीज बांटता था जिस पाने के बाद दावा किया जाता था कि, सभी तकलीफ - समस्या दूर हो जाएगी।

हाथरस का ये भोले बाबा उर्द नारायण सरकार जो चमत्कारी चीज बांटा करता था उसके बारे में जानकर कई लोग अपना माथा फोड़ सकते हैं। बाबा से इसी चमत्कारी चीज को पाने दूर - दूर से लोग आते थे। बाबा न सोशल मीडिया पर प्रचार करता था न ही उसके बारे में कोई अन्य जानकारी है लेकिन जमीनी स्तर पर इस बाबा के अनुयाई भारी संख्या में है।

इस भोले बाबा के सत्संग में जो भी अनुयाई आता था उसे बाबा आशीर्वाद के रूप में पानी दिया करता था। दावा किया जाता है कि, इसी पानी को पीकर बाबा के कई भक्तों की परेशानी दूर हुई। यही वो चमत्कारी चीज है जिसे पाने के लिए हजारों लोग एकत्रित हुए और सैकड़ों ने अपनी जान गवा दी।

इतना ही नहीं इस बाबा का पटियाली तहसील के बहादुर नगर गांव में एक आश्रम है। इस आश्रम में भी बाबा दरबार लगाता था। यहां आश्रम के बाहर एक हैंडपंप है। दरबार के दौरान इस हैंडपंप का पानी पीने के लिए भी लंबी लाइन लगती थी।

हाथरस भगदड़ की घटना की प्रत्यक्षदर्शी शकुंतला देवी ने बताया कि, "वहां भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग खत्म होते ही वहां से कई लोग निकलने लगे। सड़क उबड़-खाबड़ होने की वजह से भगदड़ मच गई और लोग गिर पड़े।"

बता दें कि, 2 जुलाई को हाथरस के रतीभानपुर में हुई इस सत्संग में करीं 50 हजार लोग पहुंचे थे। इस सत्संग में जितने लोगों के आने की परमिशन थी असल में उससे कई अधिक लोग यहां पहुंचे थे। जैसे ही सत्संग ख़त्म हुई भगदड़ मच गई। इस दौरान कई लोगों की मौत हो गई। जहां सत्संग हो रही थी वहां से बाहर निकलने का भी एक ही रास्ता था। इस कारण लोग एक दूसरे पर चढ़ गए और लोगों की मौत हो गई।

Updated : 2 July 2024 3:06 PM GMT
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Gurjeet Kaur

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