I2U2 की पहली बैठक संपन्न, यूएई भारत में फूड पार्क इंडस्ट्री में करेगा दो अरब डॉलर का निवेश
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मौसी ने आज गुरूवार को आई2यू2 के पहले शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस बैठक में पीएम मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, इजरायल के पीएम येर लापिड और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान शामिल हुए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत, अमेरिका, इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात के नेताओं की पहली शिखरवार्ता में गुरुवार को भाग लेते हुए कहा कि यह नया मंच दुनिया में ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
अमेरिका-भारत के साथ ही पश्चिमी एशिया के दो देशों यूएई और इजरायल के इस मंच को 'आई2यू2' का नाम दिया गया है। प्रथम अक्षर भारत और इजरायल और दूसरे दो अमेरिका और यूएई के लिए हैं। मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए गुरुवार को शिखरवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज की इस पहली समिट से ही I2U2 ने एक सकारात्मक एजेंडा स्थापित कर लिया है। हमने कई क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाएं की पहचान की है, और उनमें आगे बढ़ने का रोडमैप भी बनाया है। I2U2 फ्रेमवर्क के तहत जल, ऊर्जा, परिवाहन, स्वास्थ्य, स्पेस और खाद्य सुरक्षा के लिए 6 महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संयुक्त निवेश बढ़ाने के लिए सहमत हुए हैं। बढ़ती हुई वैश्विक अनिश्चिताओं के बीच हमारा कॉपरेटिव फ्रेमवर्क व्यावहारिक सहयोग का एक अच्छा मॉडल है। मुझे पूरा विश्वास है कि I2U2 से हम वैश्विक स्तर पर ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान करेंगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि वास्तव में हम चारों देश रणनीतिक साझेदार और अच्छे मित्र हैं। उनके दृष्टिकोण में समानता और समान हित हैं। उन्होंने कहा कि इस पहली शिखरवार्ता से ही चारों देशों ने एक सकारात्मक एजेंडा सामने रखा है। यह प्रगतिशील और व्यावहारिक है। चारों देशों अपनी शक्ति, पूंजी, बाजार और कौशल का उपयोग कर सहयोग के एजेंडे को आगे बढ़ा सकते हैं।उन्होंने कहा कि अनिश्चितता से भरे समकालीन विश्व में परस्पर सहयोग का यह अच्छा मॉडल है।
संयुक्त बयान में कहा गया कि आई2यू2 के नेताओं की बैठक का विषय खाद्य सुरक्षा संकट और स्वच्छ ऊर्जा था और उन्होंने दीर्घकालिक एवं अधिक विविधतापूर्ण खाद्य उत्पादन एवं खाद्य डिलिवरी प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए नवोन्मेषी उपायों पर चर्चा की।बयान में कहा गया है कि फूड पार्क संबंधी परियोजना के लिए भारत उपयुक्त भूमि उपलब्ध करवाएगा।
आई2यू2 ने कहा, ''भारत परियोजना के लिए उपयुक्त भूमि उपलब्ध करवाएगा और फूड पार्क से किसानों को जोड़ने का काम करेगा। अमेरिका और इजराइल से निजी क्षेत्रों को आमंत्रित किया जाएगा और उनकी विशेषज्ञता का लाभ उठाया जाएगा। वे परियोजना की कुल वहनीयता में योगदान देते हुए नवोन्मेषी समाधानों की पेशकश भी करेंगे।''इसमें कहा गया कि निवेश से फसल उपज अधिक से अधिक होगी और इससे दक्षिण एशिया एवं पश्चिम एशिया में खाद्य असुरक्षा से निपटा जा सकेगा।