IAS इनायत खान ने शिव मंदिर में किया पूजन, प्रधानमंत्री मोदी ने क्यों की थी तारीफ, पढ़ें ये स्टोरी

IAS इनायत खान ने शिव मंदिर में किया पूजन, प्रधानमंत्री मोदी ने क्यों की थी तारीफ, पढ़ें ये स्टोरी
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अररिया/वेब डेस्क। देश में एक और जहां ज्ञानवापी मस्जिद, कुतुब मीनार और ताजमहल को लेकर राजनीतिक माहौल गर्माया हुआ है। वहीँ अररिया जिले से एक अनूठी तस्वीर सामने आई है, जिसने वायरल होते ही सुर्खियां बटोर ली है। दरअसल, अररिया की जिलादंडाधिकारी इनायत खान शनिवार को प्रखंड के सौंदर्यीकरण का जायजा लेने के लिए ऐतिहासिक सुंदरी मठ पहुंची। यहां उन्होंने भगवान शिव का पूरे श्रद्धा भाव व विधि विधान से जलाभिषेक किया। मंदिर के पुजारी सिंहेश्वर गिरि ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना कराई।

इस मंदिर को लेकर मान्यता है की है कि महाभारत काल में पांडवों को इसी इलाके में गुप्त वास मिला था, जो उस वक्त राजा बिराट के अधीन था। आज यही इलाका बिराटनगर के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि माता कुंती ने यहां शिवलिंग की पूजा की थीं। 'आकांक्षा' योजना में शेखपुरा जिले में बेहतर काम करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी तारीफ कर चुके है।

समाज में सद्भाव को बढ़ावा

इनायत खान की पहली पोस्टिंग पटना जिले में हुई थी। यहां असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में पोस्टिंग के बाद राजगीर में एसडीओ के पद पर कार्य किया। इसके बाद पंडारक, राजगीर, भोजपुर पोस्टिंग के बाद शेखपुरा में पहली बार डीएम बनीं। यहां केंद्र सरकार की आकांक्षा योजना के तहत इतना अच्छा काम किया की प्रधानमंत्री मोदी ने भी तारीफ़ की। इनायत खान द्वारा मंदिर में पूजा की गई यह पहल जाहिर तौर पर एक उच्च पदस्थ अधिकारी के द्वारा समाज में सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए प्रयास है।

2012 बैच की आईएएस ऑफिसर का इंजीनियर से कलेक्टर बनने का सफर

इनायत खान 2012 बैच की आईएएस ऑफिसर हैं और 2011 में संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में 176वां रैंक लाई थीं। काम करने के तौर-तरीकों की वजह से किशोर लड़कियों की रोल मॉडल बन गई हैं।

इनायत खान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के ताजनगरी आगरा की रहने वाली हैं। शुरुआती शिक्षा के बाद आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज से उन्होंने बीटेक की डिग्री हासिल कीं। बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन से पूरा करने के बाद एक सॉफ्टवेयर कंपनी से जुड़ीं, लेकिन उन्होंने एक साल बाद ही यह नौकरी छोड़ दी।


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